452 नल जल योजनाएं स्वीकृत हुई हैं। जिसमें से 105 पूर्ण हो गई, 198 प्रगतिरत, जबकि 149 प्रारंभ भी नहीं हुई , कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने कहा जनप्रतिनिधियों के सहयोग से कार्यों में सुगमता

विदिशा डेस्क :

कलेक्टर उमाशंकर भार्गव की अध्यक्षत में मंगलवार को जिला जल एवं स्वच्छता मिशन तदर्थ समिति (डीडब्ल्यूएसएम) की बैठक जिला पंचायत के सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई। उन्होंने नव निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के सहयोग से शासकीय कार्यों के सम्पादन में सुगमता होने पर बल देते हुए सभी विभागों के अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिए हैं कि जो भी शासकीय नवीन कार्य जिस क्षेत्र में शुरू कराया जा रहा है उस क्षेत्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के संज्ञान में अवश्य लाया जाए।
कलेक्टर भार्गव ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में ही लोकार्पण शिलान्यास के कार्य सम्पन्न कराए जाएं। जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की मूल अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए कलेक्टर ने कहा कि मिशन का मुख्य उद्देश्य हर घर नल से जल पहुंचाना है।

ऐसे जल स्त्रोत जो लम्बी अवधि तक जलापूर्ति करने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं उन ग्राम क्षेत्रों में सामूहिक नल जल योजना तैयार की जाए। बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के कार्यपालन यंत्री संतोष साल्वे के द्वारा जल जीवन मिशन एवं स्वच्छता तदर्थ समिति की मूलभूत जानकारी देते हुए बताया गया कि जिले के कुल 2 लाख 57 हजार 424 ग्रामीण परिवारों के लिए घरेलू नल कनेक्शन से जल प्रदाय करने की व्यवस्था क्रियान्वित की जा रही है। जिसमें से अब तक 1 लाख 5 हजार 662 घरों में जल सप्लाई शुरू की जा चुकी है। जिले के समस्त 1532 ग्रामों के ग्रामीण परिवारों को वर्ष 2024 तक घरेलू नल कनेक्शन से जलापूर्ति का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत अब तक 452 नल जल योजनाएं स्वीकृत हुई हैं। जिसमें से 105 पूर्ण हो गई हैं। 198 प्रगतिरत हैं जबकि 149 अप्रारंभ हैं। इनमें से पचास नल जल योजनाएं पर्याप्त जल आवक क्षमता के स्त्रोत प्राप्त नहीं होने से 17 ग्रामों की निविदा स्वीकृति की कार्यवाही प्रक्रियाधीन होने से दो गांवों की प्रक्रिया पुनः आमंत्रित की गई है जबकि 9 गांवों की निविदा आमंत्रण कार्यवाही प्रचलन में है। वहीं 37 ग्रामों के कार्य आदेश जारी तथा 34 ग्रामों की एलओ जारी की गई है। उनके द्वारा विकासखण्डवार स्वीकृत किए गए नल जल योजना तथा जल आवक क्षमता स्त्रोतों के संबंध में ग्रामवार जानकारी प्रस्तुत की गई। उन्होंने बताया कि नवीन प्रावधानों के तहत अब यदि चिन्हित ग्राम के नल जल योजना हेतु जलापूर्ति का स्त्रोत ग्राम से तीन चार किमी भी मिलता है तो भी उसे संचालित करने हेतु क्रियान्वित किया जाएगा।
बैठक में समिति के सदस्यों के द्वारा आवश्यक सुझावों से अवगत कराया गया। खासकर मजरा, टोला ग्रामों के रहवासियों को पेयजल आपूर्ति के लिए समूह नल-जल योजना में जोड़ने तथा योजना के नवीन मापदण्डों की जानकारी युक्त साहित्य उपलब्ध कराने इत्यादि शामिल हैं।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता कैलाश रघुवंशी, कुरवाई विधायक हरिसिंह सप्रे, शमशाबाद विधायक श्रीमती राजश्री सिंह, विदिशा विधायक शशांक भार्गव के अलावा जिला पंचायत के उपाध्यक्ष दरियाबसिंह समेत सम्मानीय सदस्यगण तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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