रेसलर्स बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने रेलवे की नौकरी छोड़ने की धमकी दी: बोले- डर मत दिखाइए, 10 सेकेंड में छोड़ देंगे, सुबह तीनों रेसलर्स जॉब पर लौटे

नई दिल्ली डेस्क :

भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल रेसलर्स बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने रेलवे की नौकरी छोड़ने की धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर नौकरी इंसाफ के रास्ते में बाधा बनती दिखी तो उसको त्यागने में हम 10 सेकेंड का वक्त भी नहीं लगाएंगे। नौकरी का डर मत दिखाइए।

दरअसल, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट सोमवार को अपनी नौकरी पर लौट आए। तीनों रेलवे में नौकरी करते हैं। रेलवे पब्लिक रिलेशन के डायरेक्टर जनरल योगेश बवेजा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने दैनिक भास्कर को बताया कि तीनों ने आज ही ड्यूटी जॉइन की है।

ड्यूटी पर लौटने के बाद खबर आई कि बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग रेसलर अपने बयान से पलट गई है। दावे के मुताबिक, नाबालिग ने दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस थाने में बयान दिए। इसके बाद उसे पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया गया, जहां उसने बयान वापस ले लिया। तीनों रेसलर ने भी आंदोलन से नाम वापस ले लिया है।

अब पढ़िए विनेश ने अपने ट्वीट में क्या लिखा…

साक्षी ने आंदोलन से नाम वापस लेने की खबरों को खारिज किया

नाबालिग रेसलर की उम्र पर भी विवाद
नाबालिग पहलवान की उम्र को लेकर भी विवाद है। लड़की के चाचा ने दावा किया कि उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की एक टीम रोहतक भी आई थी। स्कूल में रिकॉर्ड की जांच की गई।

नाबालिग पहलवान और उनके माता-पिता ने कुछ दिन पहले साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के साथ हरिद्वार में हर की पौड़ी में मेडल बहाने से इनकार कर दिया गया था। पिता भी किसी से मिलने को तैयार नहीं हैं। न ही वह अपनी लोकेशन बता रहे हैं।

बृजभूषण को राहत मिल सकती है
अगर नाबालिग पहलवान ने शिकायत वापस ले ली तो फिर बृजभूषण से POCSO एक्ट हट जाएगा। ऐसे में छेड़छाड़ का केस बचेगा और उनकी पहले गिरफ्तारी की जरूरत नहीं रह जाएगी।

नाबालिग पहलवान ने बृजभूषण पर लगाए थे ये आरोप
नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा, “बेटी ने 16 साल की उम्र में झारखंड के रांची में नेशनल गेम्स में जूनियर रेसलिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड जीता। यहीं पर फोटो लेने के बहाने बृजभूषण ने जबरन बेटी को अपने करीब खींचा। उसे बाहों में इतना कसकर जकड़ लिया कि वह खुद को छुड़ाने के लिए हिल तक नहीं पाई। बृजभूषण हाथ उसके कंधे से नीचे ले गया।”

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