विदिशा

बच्चों पर हो रहे अपराधों के खिलाफ हमें सतर्क और सजग रहना हैः एसपी

इस कार्यशाला में जो सीखेंगे उसे अमल में लाएं

विदिशा डेस्क  :

युवा विकास मंडल संस्था और जिला पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित
कार्यशाला में शामिल हुए महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस विभाग, सीडब्ल्यूसी, आदिमजाति कल्याण विभाग, वन स्टाप सेंटर सहित अन्य विभाग के प्रतिभागी
विदिशा।
आज के समय में बच्चों पर जितने भी अपराध हो रहे हैं, उनमें से अधिकतर उनके ही पहचान के और रिष्तेदार होते हैं। बच्चों पर हो रहे अपराधों के खिलाफ हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है। यही नहीं बालक हो या बालिका हमें उनके प्रति संवेदनशील रहने की आवष्यकता है।


उक्त विचार शनिवार को सिविल लाइन स्थित कम्युनिटी भवन में युवा विकास मंडल संस्था और जिला पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित बच्चों और महिलाओं के साथ ही रही लैंगिक हिंसा की रोकथाम और जागरुकता कार्यशाला में एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि बच्चों के 96 प्रतिषत मामलों में उनके ही रिश्तेदार, घर वाले और जान-पहचान के लोग ही अपराधी होते हैं। इसलिए आपके घर में चाहे बालक हो या बालिका उन पर सतत् निगरानी रखें। यही नही ंहम सभी पुलिसकर्मियों को बच्चों और महिलाओं पर होने वाली हिंसा के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सामाजिक संस्था युवा विकास मंडल ने यहां पर जो कार्यशाला आयोजित की है हम सभी के लिए बहुत ही लाभदायक है। कार्यशाला में दी जाने वाली जानकारी को हमे अपने तक नहीं रखना है, बल्कि उसे कार्यक्षेत्र में मूर्तरुप भी देना है।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एएसपी समीर यादव ने कहा कि कार्यशाला में पॉक्सो एक्ट को लेकर जो बातें की गईं हैं उन पर हम सभी को अमल पर लाना है, जहां पर जिसे भी कोई संदेह हो उसे यहीं पर दूर कर लो। यह सही है कि बच्चों पर दिन-प्रतिदिन अपराध बढ़ते जा रहे हैं, उन पर हम सभी को मिलकर रोक लगाना है। यही नहीं बच्चों पर अपराध न हो इसके लिए हमें लोगों को जागरुक भी करना होगा। हमें समाज में इतनी जागरुकता फैलानी है कि बालक और बालिकाएं निष्चित होकर अपना जीवन जिएं।
इस अवसर पर डीएसपी प्रतिभा शर्मा ने कहा कि युवा विकास मंडल संस्था की यह बहुत ही अच्छी पहल है, जो इस तरह की कार्यशाला आयोजित करके हम सभी की समझ में बढ़ोत्तरी कर रही है। उन्होंने संस्था का धन्यवाद करते हुए कहा कि महिलाओं और बच्चों पर हिंसा बढ़ी है। उस पर रोक लगाने और लोगों में जागरुकता लाने की जवाबदारी हम सभी की है। इस अवसर पर सीडब्ल्युसी की सदस्य अनीता तिवारी, जिला शिक्षा अधिकारी दिनेष कुमार ने भी कार्यषाला को संबोधित किया। कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर एसपी दीपक कुमार शुक्ला, एएसपी समीर यादव, डीएसपी प्रतिभा शर्मा और केबीके कार्यक्रम के जिला समन्वयक कमलेश पांडेय ने किया। इस अवसर पर युवा विकास मंडल संस्था के बारे में प्रोग्राम को-आर्डिनेटर ऋतुराज जी ने विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर स्टेट को-आर्डिनेटर मनोहर बामनिया ने कार्यषाला के उद्देष्यों पर विस्तार से प्रकाष डाला। कार्यषाला में पुलिस विभाग, षिक्षा विभाग, आदिमजाति कल्याण विभाग, सीडब्ल्यूडी, वन स्टाप सेंटर, डालसा सहित अन्य विभागों के 100 प्रतिभागी मौजूद थे।


दी पॉक्सो एक्ट की जानकारी
कार्यशाला में पॉक्सो एक्ट 2012 के बारे में जनसाहस संस्था की मुमुक्षा जोशी ने विस्तार से जानकारी दी। इनके साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर जनसाहस की सौम्या जी ने विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में आज की कार्यशाला और पॉक्सो एक्ट को लेकर सामुहिक चर्चा की गई। इस अवसर पर कई प्रतिभागियों का कहना था कि स्कूल के पाठ्यक्रम में भी पॉक्सो एक्ट शामिल होना चाहिए, ताकि बच्चे स्कूल की पढ़ाई के साथ ही जागरुक हो जाएं। कार्यषाला में युवा विकास मंडल संस्था भोपाल आफाक खान, सूर्यमणि शुक्ल, विदिशा से माखन सिंह, दिनेष जाटव, नीलू कंडेरे, प्रियंका मौजूद रहीं।

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