लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में ऐसे बढ़ा वोटिंग प्रतिशत: दो पूर्व सीएम के गृह क्षेत्रों में बंपर वोटिंग, सिंधिया के क्षेत्र में मामूली सुधार, भोपाल में भी अंतिम समय में बढ़ी वोटिंग

भोपाल डेस्क :

तीसरे चरण की 9 सीटों पर मंगलवार सुबह 7 बजे शुरू हुआ मतदान दोपहर तक गर्मी के कारण धीमा पड़ गया था। लेकिन मतदान खत्म होने से एक घंटे पहले वोटिंग ने जोर पकड़ा और कई विधानसभा क्षेत्रों में 9% तक वोटिंग बढ़ गई। आखिरी एक घंटे में सबसे ज्यादा वोटिंग बुदनी विधानसभा क्षेत्र में हुई। यह पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह क्षेत्र है। यहां शाम 5 से 6 के बीच 9 फीसदी तक वोटिंग बढ़ी।

बुदनी में कुल 81.54 % वोटिंग दर्ज हुई है, जबकि 2019 में इस सीट पर 74.58 % ही वोटिंग हुई थी। बुधवार को जारी हुए फाइनल आंकड़ों में 9 सीटों की वोटिंग 66.74 % रही, जो 2019 के आंकड़े से 0.11 % अधिक रही। दूसरे चरण में हुए 58.59% वोटिंग की तुलना में ये आंकड़ा 8.15% अधिक है। इसकी सबसे बड़ी वजह अंतिम घंटों में हुई जोरदार वोटिंग रही।

यह भी खास…

  • 66.74 % हुई तीसरे चरण में 2019 की तुलना में 0.11 % ज्यादा
  • भैंसदेही में अंतिम 1 घंटे में 7% वोटिंग बढ़ी
  • 81.54 % वोटिंग बुदनी में

ग्वालियर ईस्ट में मामूली बढ़त

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का गृह क्षेत्र राघौगढ़ भी वोटिंग में पीछे नहीं रहा। इस बार राघौगढ़ में 76.82% वोटिंग दर्ज की गई। वहीं 2019 में भी इस सीट पर भी लगभग इतनी ही 76.56 % वोटिंग हुई थी। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की गृह सीट ग्वालियर ईस्ट पर बढ़त मामूली रही। 2019 में 54.83 % वोटिंग हुई थी, जबकि इस बार भी आंकड़ा थोड़ा बढ़कर 55.14 % पर पहुंचा।

शाम 5 बजे के बाद लहार में 8 फीसदी से अधिक वोटिंग

भिंड के लहार में 5 बजे 44 % वोटिंग दर्ज हुई, फाइनल आंकड़े में ये 52.66 % रहा जो कि 8% से अधिक है। आखिरी एक घंटे में भोपाल उत्तर में लगभग 5.5 %, भोपाल मध्य में 5.6 % तो गोविंदपुरा में 4 % से अधिक वोटिंग बढ़ी। बैतूल के भैंसदेही में ये अंतर 7 % से अधिक रहा। फाइनल वोटिंग.. मुरैना लोकसभा सीट पर 58.97%, भिंड में 54.93%, ग्वालियर में 62.13%, गुना में 72.43%, सागर में 65.75%, विदि​शा 74.48%, भोपाल 64.06%, राजगढ़ 76.04% और बैतूल में 73.48% मतदान हुआ।

लगातार मॉनिटरिंग की, पार्टियां भी वोटरों के संपर्क में रहीं

चुनाव आयोग के मुताबिक 12 से 1 बजे के आसपास कम वोटिंग वाले बूथों की समीक्षा की गई। जहां कम वोटिंग हुई, वहां बूथ अवेयरनेस ग्रुप के गैर राजनीतिक सदस्यों को काम पर लगाया। बीजेपी ने दूसरे चरण के बाद कार्यकर्ताओं को हर बूथ पर 370 अतिरिक्त वोटों के टारगेट दिए। यह भी कहा था कि दोपहर तक 50 % वोटिंग सुनिश्चित करें। नियमों का पालन करते हुए वोटरों के लिए छांव, पानी की व्यवस्था करें। कांग्रेस मुख्यालय ने भी कंट्रोल रूम से सेक्टर प्रभारियों और पन्ना प्रभारियों को मतदान बढ़ाने के लिए निर्देश दिए थे।

वोटिंग प्रतिशत बढ़ना एक मिलाजुला प्रयास है। आयोग ने वोटिंग बढ़ने के पूरे प्रयास किए। शादियां भी इस चरण के दौरान नहीं रही। मीडिया और राजनीतिक दलों का भी जागरूकता में पूरा योगदान रहा।
अनुपम राजन, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, मप्र

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