भारत की महिलाएं एक नई क्षमता और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रही हैं। पीएम

नई दिल्ली डेस्क :

आजादी के 75वें वर्ष के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को लगातार नौंवी बार लाल किले प्राचीर से देश को संबोधित किया. अपने संबोधन में पीएम मोदी भावुक नजर आए और एक सख्त संदेश दिया. पीएम मोदी ने कहा कि हम लोग अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में महिलाओं का अपमान करते हैं, जो स्वीकार नहीं है.

पीएम मोदी ने कहा, “मैं लाल किले से अपनी एक पीड़ा से बताना चाहता हूं. मैं इसे कहे बिना नहीं रह सकता. शायद ये लालकिले का विषय नहीं हो सकता. लेकिन मेरे भीतर का दर्द मैं कहां कहूं. देशवासियों के सामने नहीं कहूंगा तो कहां कहूंगा और वो है कि किसी ना किसी कारण से हमारे अंदर एक विकृति आई है, हमारे बोलचाल में, हमारे व्यवहार में, हमारे कुछ शब्दों में, हम नारी का अपमान करते हैं. क्या हम स्वभाव से, संस्कार से, रोजमर्रा की जिंदगी में नारी को अपमानित करने वाली हर बात से मुक्ति का संकल्प ले सकते हैं. नारी का गौरव राष्ट्र के सपने पूरे करने में बहुत बड़ी पूंजी बनने वाला है. ये सामर्थ्य मैं देख रहा हूं.”

पीएम कहते हैं, “… शिक्षा हो या विज्ञान, देश की महिलाएं शीर्ष पर हैं… खेल हो या युद्ध का मैदान, भारत की महिलाएं एक नई क्षमता और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रही हैं। मुझे आने वाले 25 वर्षों में महिलाओं का अपार योगदान दिखाई देता है। , 75 साल के सफर से कहीं ज्यादा..”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘जय हिंद’ के साथ अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन का समापन किया।

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