पाकिस्तान में कट्टरतावाद की कहानी: दो बेटियों का धर्म बदला, एक की हत्या, भारत का वीजा न मिला तो 4 ने जान दी

जयपुर डेस्क :

पाकिस्तान में हिंदू बहू-बेटियों से अत्याचार का सिलसिला अंतहीन है। एक पिता ने अपनी तीन बेटियों को खो दिया तो एक की इकलौती बहन का जबरन धर्म परिवर्तन कर दिया गया। सिंध, पाकिस्तान में गाड़िया लुहार सहायता कमेटी के चेयरमैन मांजी लुहार उर्फ काका ने बताया कि पिछले छह माह में ही उनके परिचित चार हिंदुओं ने तो इसलिए आत्महत्या कर ली कि उन्हें भारत आने का वीजा नहीं दिया जा रहा था। मीरपुर खास के मोहन जैसलमेर लौटना चाहते थे, लेकिन तीन साल वीजा नहीं मिला। उन्होंने जहर खा लिया। ऐसे ही कच्छभूरी की एक हिंदू बुजुर्ग महिला ने फांसी लगा ली।

इधर, राजस्थान में गृह विभाग ने 30 मई को सचिवालय में पाक विस्थापितों की विभिन्न समस्याओं को लेकर एक अहम बैठक बुलाई है। इसमें नागरिकता सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी। गृह विभाग के डिप्टी सेक्रेट्री राजेश जैन ने बताया कि बैठक में जोधपुर, बीकानेर संभागीय आयुक्त अथवा इनके प्रतिनििध और ग्रामीण विकास विभाग, फाइनेंस, उद्याेग, रेवेन्यू के अफसर शामिल होंगे।

30 को गृह विभाग की बैठक, नागरिकता व अन्य मुद्दों पर होगी चर्चा

मजदूर की 6 बेटियां थीं, 3 ले गए
पाक हिंदू विस्थापित गणेश रीको (जयपुर) में कपड़ों की कटिंग करते हैं। गणेश ने बताया-उनके मौसा पाक के रहीमयार खान में मजदूरी करते हैं। उनकी 6 बेटियां थीं। तीन बेटियों का दबंगों ने धर्म बदला। एक की हत्या कर दी। गणेश भी दस साल पहले मौका पाकर पाकिस्तान से भारत आ गए।

स्कूल जाने वाली बेटी को दबंग ले गए, सुनवाई नहीं
कोटगुलाम के विष्णुराम की बेटी 9वीं में पढ़ती थी। इलाके के कुछ दबंग उसे उठा ले गए। पिता ने बहुत भागदौड़ की, लेकिन वो नहीं मिली। सिंध के सामाजिक कार्यकर्ता रामरख भील ने बताया कि इस तरह की घटनाएं उस इलाके में आए दिन होती हैं लेकिन कोई आवाज नहीं उठाता।

बहन का धर्मांतरण, भाई मारवाड़ में…पीड़िता कहां है, नहीं मालूम
तीन माह पहले पाक के मीरपुरखास से हिंदू विस्थापित राव परिवार मारवाड़ पहुंचा। उनकी बहन का भी धर्म परिवर्तन कर दिया गया। परिवार इतना डर गया कि अपना सबकुछ छोड़ भारत आ गया। अब बहन किस हाल में है, पता नहीं। सामाजिक कार्यकर्ता रोशन भील कहते हैं कि ऐसा हर परिवार अतीत भूलना चाहता है, पर ऐसा होता नहीं है।
नोट : पीड़ितों के नाम परिवर्तित हैं।

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