हिंदू देवी देवताओं को ना मानने की शपथ दिलाई थी, समन लेकर घर पहुंची पुलिस, आज होगी केजरीवाल के पूर्व मंत्री से पूछताछ

नई दिल्ली डेस्क:

दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को पुलिस उन्हें समन भेजा है। उन्हें आज दोपहर उपरांत उपस्थित होने को कहा गया है पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम पर आरोप है कि विजयदशमी के दिन दिल्ली में बौद्ध सम्मेलन में देवी देवताओं को ना मानने की शपथ दिलाई थी। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने वीडियो शेयर कर मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की थी। रविवार को ही मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था सोमवार को कोई नोटिस नहीं मिलने की बात कही। आज पुलिस ने उन्हें समन सौंपा। पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने सोमवार को कहा था कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला पुलिस मुझसे पूछताछ के लिए आई थी मैंने मांगी गई जानकारी दी। 

यह कार्यक्रम विजयदशमी के दिन जय भीम मिशन ने कराया था जिसमें 10000 लोग आए थे बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी मुक्त सामान देकर गरीब हिंदुओं का गरीब धर्म परिवर्तन कराया है और वह धर्म परिवर्तन कराने वाली एजेंसी बन गई है। 

वीडियो वायरल होने के बाद पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा था कि भाजपा देशद्रोही है मेरी आस्था किस धर्म बौद्ध धर्म में है तो इससे किसी को क्या दिक्कत है भारत का संविधान है हमे आजादी देता है कि आप किस धर्म को मानते हैं इससे बीजेपी को क्या दिक्कत है बीजेपी की जमीन खिसक रही है और वह डर रही है आम आदमी पार्टी की पकड़ मजबूत होती जा रही है जिससे बीजेपी बौखला गई।  

इस्तीफा देने के बाद राजेंद्र पाल गौतम ने कहा था कि मैं अपने नेता पर आंच नहीं आने दूंगा।  मैं बीजेपी के खिलाफ लड़ता रहूंगा बीजेपी मेरे नाम पर मेरे नेता अरविंद केजरीवाल को टारगेट करना चाहती है आपको बता दें कि राजेंद्र पाल गौतम आम आदमी पार्टी के दलित नेता हैं से दिल्ली की सीमापुरी सीट से विधायक हैं और उनके पास  सामाजिक न्याय और अधिकारिता , अनुसूचित जाति/ जनजाति, रजिस्टार आफ कोऑपरेटिव सोसाइटीज मंत्रालय की जिम्मेदारी थी।

आपको बता दें कि विजयदशमी के दिन बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के परपोते राज रतन अंबेडकर भी उस उस बौद्ध सम्मेलन में उपस्थित थे और वहां पर बौद्ध धम्मदीक्षा का कार्यक्रम हुआ था बौद्ध सम्मेलन में बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा 1956 में ली गई 22 प्रतिज्ञाएं दौराई गई थी। जिसमें 10000 लोगों ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली। दिल्ली में कार्यक्रम जय भीम मिशन ने बौद्ध सम्मेलन आयोजित किया था।

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