अंतराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का आयोजन, सभी के लिए उसकी मातृभूमि खास होती है। वह उसकी अपनी पहचान होती है। इसलिए इसके प्रति हमें कृतज्ञ रहना चाहिए

विदिशा :
शासकीय कन्या (अग्रणी) स्नातकोत्तर महाविद्यालय विदिशा में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मातृभाषा और उसके महत्त्व विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ मंजू जैन ने मातृभाषा की अहमियत पर ध्यान दिलाते हुए कहा कि सभी के लिए उसकी मातृभूमि खास होती है। वह उसकी अपनी पहचान होती है। इसलिए इसके प्रति हमें कृतज्ञ रहना चाहिए। महाविद्यालय की प्राध्यापक डॉ ओजस्विनी जौहरी ने मातृभाषा को गर्व का विषय बताते हुए कहा कि किसी भी मंच से इसे बोलने में हमें कोई झिझक नहीं होनी चाहिए। अस्मुरारी नंदन मिश्र ने मातृभाषा के रूप, उपयोगिता और महत्त्व पर विस्तार से बात की। उन्होंने छोटी-छोटी कहानियों के माध्यम से बताया कि मातृभाषा से हम किस तरह का जुड़ाव महसूस करते हैं। हम जब भावुक होते हैं, तो सबसे अधिक मां और मातृभाषा के निकट हो जाते हैं। डॉ ज्योति मिश्रा ने वक्ताओं को धन्यवाद देते हुए मातृभाषा दिवस आयोजन के पीछे के कारणों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संयोजन प्राध्यापक किरण जैन एवं संचालन रवि रंजन ने किया। इस अवसर पर डॉ सीमा चक्रवर्ती, डॉ विनिता प्रजापति, डॉ मलखान सिंह के साथ महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं छात्राएं उपस्थित रहीं।