नई दिल्ली

“हर दिन हर घर आयुर्वेद” का संदेश प्रत्‍येक भारतीय के जीवन का अंग होना चाहिए:  सर्बानंद सोनोवाल

केंद्रीय आयुष मंत्री ने पणजी, गोवा में आयोजित होने वाली 9वीं विश्‍व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्‍य एक्‍सपो के लिए कर्टन रेजर कार्यक्रम में भाग लिया

नई दिल्ली डेस्क :

केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पणजी, गोवा में आयोजित होने वाली 9वीं विश्‍व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्‍य एक्‍सपो (8-11 दिसंबर 2022) के लिए कर्टन रेजर कार्यक्रम में भाग लिया।

इस कार्यक्रम में गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत; पर्यटन और बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग राज्य मंत्री  श्रीपद येसो नाइक, स्वास्थ्य मंत्री, गोवा सरकार,  विश्वजीत पी. राणे, सचिव, आयुष मंत्रालय, वैद्य राजेश कोटेचा, वैद्य तनुजा नेसारी, निदेशक, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्‍थान, आयुष मंत्रालय और अन्य गणमान्‍य व्‍यक्तियों ने भाग लिया। 

इस अवसर पर अपने संबोधन में आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, “हर दिन हर घर आयुर्वेद” का संदेश प्रत्‍येक भारतीय के जीवन का अंग होना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रकृति का अस्तित्‍व बचने पर ही हम मनुष्य जीवित रह सकते हैं। हमें इसे गंभीरता से लेना होगा; यही प्रकृति के प्रति मानव समाज का सबसे बड़ा कर्तव्य होना चाहिए। पारंपरिक चिकित्सा अपने आप में विज्ञान है। आइए प्रकृति में निहित शक्ति, समृद्धि और संभावनाओं को समझें और आगे बढ़ें।”

उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय चिकित्सा पर्यटन का बुनियादी ढांचा तैयार करने में गोवा सरकार की पूरी तरह मदद करेगा। 

इस अवसर पर गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने सभी आयुर्वेदिक वैद्यों और चिकित्सकों को शामिल करके राज्य में चिकित्सा और कल्याण पर्यटन को बढ़ावा देने की घोषणा की। उन्‍होंने कहा कि हम राष्ट्रीय आयुष मिशन (एनएएम) योजना के तहत 50 बिस्तरों वाले दो आयुष अस्पताल स्थापित करने की योजना बना रहे हैं और दिसंबर 2022 में पेरनेम तालुका के धारगल में एक आयुष अस्पताल का उद्घाटन किया जाएगा।

आयुष मंत्री के सचिव पद्म वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा, “वर्ष 2014 में, आयुष विनिर्माण उद्योग केवल 3 बिलियन डॉलर का था। यह पिछले सात वर्षों में 6 गुना बढ़कर 3 बिलियन डॉलर से 18 बिलियन डॉलर का हो गया है। माननीय आयुष मंत्री के नेतृत्व में हमने 2047 तक आयुष क्षेत्र में 50 गुना वृद्धि करने का संकल्‍प लिया है और हमें विश्वास है कि इस लक्ष्‍य को हासिल किया जा सकता है।”

अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्‍थान की निदेशक वैद्य तनुजा नेसारी ने आयुर्वेद दिवस 2022 योजना पर प्रस्तुति दी और कहा, “हर दिन हर घर आयुर्वेद अभियान को हमारे मिशन के रूप में अपनाया गया है और हमें पूरा यकीन है कि हम इस अभियान को बड़ी सफलता में बदल डालेंगे। हम ‘3जे’- जन संदेश, जन भागीदारी और जन आंदोलन सहित अधिकतम भागीदारी हासिल करने की दिशा में काम कर रहे हैं।”

8 से 11 दिसंबर 2022 तक आयोजित होने वाली नौवीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो दुनिया भर के आयुर्वेद चिकित्सकों, दवा कंपनियों, शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों को एक साथ लाएगी। 2002 में अपनी स्थापना के बाद से ही इस आयोजन को बहुत अच्‍छी प्रतिक्रिया मिल रही है और अपेक्षा की जा रही है कि इसका गोवा संस्करण का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण होगा। 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!