बच्ची की लाश बोरी में भरकर कचरे में फेंक दी थी, 27 घंटे बाद मिली: पूछताछ जारी, पड़ोसी के घर हौज में डूबी थी बच्ची
उज्जैन डेस्क :
घर के बाहर खेलते हुए गायब हुई चार साल की बालिका राजनंदिनी की लाश 27 घंटे बाद कचरे के ढेर के बीच एक बाेरे में मिली है। बच्ची के शव को एक बाइक पर सवार दो लड़कों ने फेंका, जिसके फुटेज की मदद से पुलिस ने उनका पता लगाया तो वे मोहल्ले की निवासी निकले। देर रात तक पुलिस ने एक लड़की व तीन युवकों को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में मोहल्ले की युवती ने स्वीकारा कि बच्ची खेलते हुए दौड़कर घर में आई व हौज में गिर गई थी, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। ये देख मैं काफी घबरा गई व परिचितों को बताया तो उन्होंने लाश को बोरे में छिपा दिया व अगले दिन तड़के उसे ठिकाने लगा आए।
केटर्स के यहां काम करने वाले रामसिंह राणा की चार साल की बेटी राजनंदिनी को खोजने के लिए मंगलवार दोपहर 3 बजे से पूरा मोहल्ला पुलिस के साथ जुटा हुआ था लेकिन इसके बावजूद उसे बचा नहीं पाए। बुधवार शाम साढ़े छह-सात बजे के करीब जूना सोमवारिया मार्ग पर वाल्मीकि धाम के समीप पुल के नीचे कचरे के ढेर में बोरा बंधा हाेने की एक व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद जीवाजीगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची व बोरे को खुलवाया तो उसमें बच्ची की लाश थी। पुलिस ने शव को तत्काल जिला अस्पताल भिजवाया। यहां एफएसएल टीम भी जांच को पहुंची।
डॉ. प्रीति गायकवाड़ ने मुंह व नाक से ब्लड आना बताया व मृत्यु 12 से 24 घंटे के बीच होना बताई। गुरुवार सुबह डॉक्टरों की पैनल से पोस्टमार्टम होगा। इससे मौत का कारण स्पष्ट रूप से सामने आएगा। एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि अभी तक की जांच में ये हादसा सामने आया है लेकिन जिस तरह से इसे छिपाया गया है, उसमें आरोपी षड़यंत्र व साक्ष्य छिपाने की धारा समेत अन्य धारा में आरोपी बनेंगे।
घर पर अकेली थी दिव्यांग मां, इसलिए तीन घंटे बाद पुलिस को पता चला
बच्ची के गुम होने के तीन घंटे बाद चिमनगंज पुलिस को सूचना हुई। बच्ची की मां दोनों पैर से दिव्यांग है इसलिए वह उसकी खोजबीन में नहीं जा पाई। आसपास के लोगों को पता चला तो वे बच्ची को खोजने में जुटे व परिवार के पुरुष सदस्य के आने पर बच्ची के अपहरण की रिपोर्ट की गई। बुधवार को बेटी की बोरे में लाश मिलने का पता चलने के बाद राजनंदनी की मां बदहवास हो गई।
बालिका के मुंह व नाक में खून निकल रहा था
पकड़ाई लड़की व युवक इसे हादसा बता रहे है। हो सकता है अपने बचाव में उन्होंने ये कहानी गढ़ी हो लेकिन बच्ची के मुंह व नाक में ब्लड निकला हुआ था तथा पोटी भी निकली हुई थी। इससे अंदेशा कुछ और भी हो सकता है। डॉक्टरों की पैनल से पोस्टमार्टम कराने पर पीएम रिपोर्ट से मृत्यु का कारण स्पष्ट होगा। दूसरा डायटम व विषरा जांच भी होगी। पुलिस भी आरोपियों की बताई कहानी के अलावा तकनीकी बिंदुओं पर काम कर रही है।