सीजन का पहला स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव- राजधानी भोपाल और नर्मदापुरम में सुबह से तेज बारिश, प्रदेश के कई जिलों में अलर्ट: अगले 3 दिन होगी भारी बारिश

भोपाल डेस्क :

मध्यप्रदेश में सीजन का पहला स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है। अगले 3 दिन पूरे प्रदेश में तेज बारिश का अलर्ट है। रविवार को भोपाल और नर्मदापुरम में सुबह से तेज बारिश हुई। इंदौर समेत कुल 31 जिलों में तेज पानी गिरने की संभावना है।

विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, देवास, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और पांढुर्णा जिलों में 24 घंटे के अंदर 4.5 से 8 इंच तक बारिश हो सकती है।

आईएमडी भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि सौराष्ट्र गुजरात के आसपास साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है। वहीं, बंगाल की खाड़ी के आसपास लो प्रेशर एरिया है।

मानसून ट्रफ प्रदेश के श्योपुर, दमोह, मंडला की तरफ से गुजर रही है। दूसरी ओर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की खाड़ी से नमी भी आ रही है। इस कारण बारिश की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी रहेगी।

2 दिन बिजली गिरने के आसार ज्यादा

मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2 दिन पूरे प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने के आसार ज्यादा है। इसलिए लोगों को बचाव की समझाइश दी गई है।

रायसेन में 2 इंच, सिवनी में डेढ़ इंच बारिश

प्रदेश में शनिवार को भी तेज बारिश का दौर जारी रहा। भोपाल, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, छिंदवाड़ा, जबलपुर, खजुराहो, मंडला, नरसिंहपुर, नौगांव, सागर, सिवनी और बालाघाट जिलों में पानी गिरा।

रायसेन में सबसे ज्यादा 56 मिमी, यानी दो इंच से अधिक बारिश हो गई। सिवनी में डेढ़ इंच और मलाजखंड में सवा इंच बारिश दर्ज की गई। खजुराहो में पौन इंच के करीब पानी गिरा।

प्रदेश में 1.1 इंच बारिश कम

प्रदेश में 21 जून से मानसून ने आमद दे दी थी। इसके बाद से ही तेज बारिश का दौर चल रहा है। हालांकि, पूर्वी हिस्से में अभी सूखा जैसा है। यहां 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है, जबकि पश्चिमी हिस्से में 2% बारिश ज्यादा है।

ओवरऑल बात करें तो अब तक 9 प्रतिशत बारिश कम हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, अब तक एवरेज 12.7 इंच बारिश होनी चाहिए थी। इसके मुकाबले 11.6 इंच बारिश ही हुई है।

कोटे की 35 प्रतिशत बारिश हुई

प्रदेश में अब तक 11.6 इंच बारिश हो गई है, जो कोटे की कुल बारिश की 35 प्रतिशत है। तेज बारिश की वजह से डैम, तालाबों में भी पानी बढ़ रहा है।

पिछले 24 घंटे के दौरान सीहोर के कोलार डैम, शहडोल के बाणसागर, खंडवा के इंदिरा सागर, नर्मदापुरम के तवा डैम, भोपाल के कलियासोत डैम, राजगढ़ के मोहनपुरा और कुंडालिया डैम में भी पानी बढ़ा है। भोपाल की लाइफ लाइन बड़ा तालाब में भी आधा पानी की बढ़ोतरी हुई है।

 

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