CM का हेलीकाप्टर देखने की चाह मौत के मुंह तक खींच ले गई: लौटते समय टूटे बिजली के तार पर पैर रखा, करंट लगने से मौके पर तोड़ा दम

राजगढ़ डेस्क :

राजगढ़ में मुख्यमंत्री और केंद्रीय रक्षामंत्री का आना और बिजली कर्मियों की लापरवाही एक परिवार पर कहर बनकर टूटी है। यहां मुख्यमंत्री के आने की सूचना के बाद मां-बाप बेटी के साथ मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल पहुंचे थे। उधर, जालपा मंदिर पर मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर उतरने की सूचना पर दोस्तों के साथ हेलीकाप्टर देखने गया 12 साल का बेटा टूटे तार से करंट लगने पर मौत के आगोश में चला गया। घटना के बाद से ही मां बाप सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

दरअसल, राजगढ़ के मोहनपुरा में नहर परियोजना का लोकार्पण करने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को राजगढ़ आए थे। गांव-गांव में उनके आने की खबर थी। कोतवाली थाना क्षेत्र के जगन्यापुरा गांव का भी यही हाल था। हर किसी में सीएम का चेहरा निहारने की होड़ मची हुई थी। जगन्यापुरा में हड़वंत सिंह नायक का परिवार रहता है। परिवार में पत्नी रानी बाई, चार बेटियों में सबसे बड़ी मनीषा 20 वर्ष, करीना 18 वर्ष, कुमकुम, 16 वर्ष, पायल 15 वर्ष के अलावा दो बेटे है सुमित 13 वर्ष और कृष्णा 12 वर्ष।

मंगलवार सुबह 11बजे हड़वंत सिंह उसकी पत्नी रानी बाई छोटी बेटी शीतल को लेकर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम देखने मोहनपुरा गए थे।

अफवाह फैली जालपा माता मंदिर आएंगे CM

इसी बीच गांव में सूचना फैली कि मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर जालपा माता की टेकरी पर उतरेगा और मुख्यमंत्री दर्शन करने आएंगे। सूचना के बाद हड़वंत सिंह का सबसे छोटा बेटा कृष्णा 12 साल, दोस्तों के साथ दोपहर एक बजे से ही जालपा माता की टेकरी पर पहुंच गया। शाम को 5 बजे तक हेलीकाप्टर का इंतजार ग्रामीण बच्चे करते रहे। हेलीकाप्टर ज़ब नहीं आया तो शाम 5 बजे बाद सारे बच्चे वापस लौट गए।

लौटते समय ज्वालापुरा के फारेस्ट नर्सरी के पास कृष्णा नायक का पैर वहां टूटे पड़े बिजली के पोल के तार की चपेट में आ गया। करंट लगने से बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। बच्चे का शव ढेड़ घंटे तक घटनास्थल पर पड़ा रहा। अन्य बच्चों ने गांव में जाकर सूचना दी, तब कहीं ग्रामीणों ने सूचना देकर पिता हडवंत सिंह को घटना की जानकारी दी। पिता हड़वंत सिंह के पहुंचने के साथ ही घटना स्थल पर कोतवाली टीआई उमेश यादव सहित पुलिस बल पहुंचा और बच्चे के शव को पीएम के लिए राजगढ़ जिला चिकित्सालय भेजा गया। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

मृतक बच्चे के पिता हड़वंत सिंह ने बताया कि चार बेटियों के बाद देवी देवताओं कि मान्यता से दो बेटे हुए थे। छोटा कृष्णा कक्षा 4 थी में पढ़ता था। पढ़ाई में भी वह अव्वल था। बच्चे को हेलीकाप्टर देखने की चाह मौत के मुंह तक खींच ले गई।

ग्रामीणों के अनुसार लाइनमैन की लापरवाही के कारण ज्वालापुरा के पास बिजली का तार टूटकर गिर गया था, लेकिन जानकारी नहीं मिलने से तारों में करंट था, जिससे टकराने से बच्चे की मौत हो गई।

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