सफलता की कहानी : स्वयं का बाल विवाह रोकने विनिता ने की पहल,फिर से स्कूल में पढ़ने जाने लगी

विदिशा :
विनीता अहिरवार विदिशा के गंजबासौदा विकासखण्ड के साहिबा पंचायत में साहिबा टपरा गांव की रहने वाली हैं। पिता रामचरण अहिरवार (55 वर्ष) चाहते थे कि उनकी बेटी विनीता की शादी हो। विनीता अहिरवार की उम्र 15 साल है और वह 10वीं कक्षा में पढ़ रही हैं। विनीता के परिवार वालों ने उसकी शादी 26 नबम्वर 2021 को तय की थी। लेकिन गांव में युवाओं की सक्रियता के कारण यह बाल विवाह रुकवाया जा सका। विनिता की पहल पर बाल विवाह को रोकने तथा माता-पिता को जागरूक करने के इस संदेश का हर जगह व्यापक समर्थन प्राप्त हुआ पूरे मध्यप्रदेश से सिर्फ विदिशा के साहिबा टपरा गांव की विनिता की इस स्टोरी का चयन यूनिसेफ द्वारा किया गया है। इसी विषय को लेकर दिल्ली से यूनिसेफ की टीम साहिबा पंचायत आई। विनिता के उपर डाक्यूमेंट्री फिल्म का शूट की गई है। कपड़ा मंत्री तथा महिला एवं बाल विकास की केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज दिल्ली में विनिता अहिरवार के ऊपर यूनिसेफ की टीम द्वारा तैयार की गई डॉक्यूमेंट्री फिल्म का विमेचन आज 7 मार्च को दिल्ली में किया है। इस फिल्म में विनीता ने स्वयं बताया है कि वह अभी पढ़ना चाहती है और भविष्य में शिक्षक बनना चाहती है। विनीता ने खुद अपनी सहेली स्वाति से कहा कि उसकी शादी तय हो गई है। जबकि वह पढ़ना चाहती हैं और उसका परिवार चाहता है कि उसकी शादी हो जाए। विनीता की सहेली स्वाति ने गांव के युवा समूह को बाल विवाह के बारे में बताया। युवा समूह द्वारा तत्काल कार्रवाई की गई और विनीता के परिजनों को बताया गया कि आपकी बेटी अभी छोटी है। उसकी शादी करने के बजाय उसकी पढ़ाई जारी रखना जरूरी है। कम उम्र में शादी करने से शारीरिक और मानसिक विकास नहीं हो पाता है। बाल विवाह कानूनी अपराध है। इस तरह विनीता का बाल विवाह रोका जा सका है 10वीं की छात्रा विनीता की मनोइच्छा पूरी हुई है जहां एक तरफ उसका बाल विवाह रूका और वह फिर से स्कूल में पढ़ने जाने लगी है।