भारत जोड़ो यात्रा में पुलिस का लाठीचार्ज: किसान कर्ज माफी को लेकर BJP कार्यकर्ता राहुल गांधी को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे, पुलिस ने रोका तो किया पथराव, पूर्व विधायक सहित 14 घायल

न्यूज़ डेस्क :

किसान कर्ज माफी को लेकर BJP कार्यकर्ता राहुल गांधी को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे। पुलिस ने रोका तो पथराव कर दिया। मामला बिगड़ता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पूर्व विधायक सहित 14 लोग घायल हुए हैं। कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं। 2 कार्यकर्ताओं को हॉस्पिटल भी ले जाया गया है। पुलिस कार्रवाई के विरोध में कार्यकर्ताओं ने धरना भी दिया। मामला कोटा का है। 

मंगलवार को पूर्व विधायक हीरालाल नागर ने बताया कि बीजेपी के कार्यकर्ता किसान कर्ज माफी को लेकर ज्ञापन देने कनवास से मोरुकला जा रहे थे। कोटा के आवां दरा चौराहे पर पुलिस ने रोक लिया। थोड़ी देर बाद पुलिस ने लाठियां बरसानी शुरू कर दी। लाठियों के बल पर कार्यकर्ताओं को खदेड़ा। हीरालाल के भी हाथ में चोटें आई हैं।  

बीजेपी कार्यकर्ता मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे कनवास पेट्रोल पंप पर इकट्‌ठे हुए थे। यहां से सभी कार्यकर्ता राहुल गांधी को ज्ञापन देने के लिए रवाना हुए। करीब 100 मीटर आगे पुलिस ने उन्हें रोक लिया। यहां पुलिस ने बैरिकेड्स लगा रखे थे। कांग्रेस की झंडी लगी गाड़ियां निकलते देख बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आगे जाने की कोशिश की। पुलिस ने फिर उन्हें रोक दिया। इसके विरोध में कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए। 

दोपहर करीब साढ़े 3 बजे पुलिस के साथ कार्यकर्ताओं की झड़प हो गई। आरोप है कि कुछ कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर कार्यकर्ताओं को खदेड़ा। आधे घंटे में बीजेपी कार्यकर्ता वापस इकट्‌ठे होकर सड़क पर धरने पर बैठ गए। शाम करीब साढ़े 5 बजे तक धरना चला। इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारियां दीं। पुलिस उन्हें गाड़ियों में बैठाकर ले गई। कुछ दूर आगे ले जाकर छोड़ दिया। इनमें पूर्व विधायक हीरालाल नागर, प्रधान जयवीर सिंह, उप प्रधान ओम नगर, ओडिशा किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष योगेंद्र नंदवाना, जिला महामंत्री नारायण मित्तल, जिला महामंत्री ललित शर्मा, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष युधिष्ठिर खटाना आदि शामिल थे। 

सांगोद थाना सीआई राजेश सोनी ने बताया कि बीजेपी कार्यकर्ता आगे जाना चाह रहे थे। उन्हें रोका गया तो धक्का-मुक्की करने लगे। इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए थे। लाठीचार्ज से उन्होंने साफ इनकार किया। उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज हुआ ही नहीं तो घायल का सवाल ही नहीं होता। न ही किसी कार्यकर्ता को चोट लगी है, न ही किसी पुलिस वाले को। 

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