एमपी बोर्ड परीक्षा परिणाम जारी: प्रदेश की मेरिट सूची में 10वीं और 12वीं के 7 विद्यार्थियों ने बनाया स्थान

विदिशा डेस्क :

माध्यमिक शिक्षा मंडल में 10वीं एवं 12वीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम आज घोषित हो गया है । इस साल विदिशा जिले में हाई स्कूल का परीक्षा परिणाम 56.07 रहा, जो कि पिछले वर्ष की अपेक्षा 9.38 प्रतिशत कम रहा, वहीं हायर सेकेंडरी का परीक्षा परिणाम 66.71% रहा जो कि पिछले वर्ष से 21% ज्यादा रहा। इस बार के परीक्षा परिणाम की बात करें तो मैरिट सूची में प्राइवेट स्कूलों का दबदबा रहा सरकारी स्कूलों के कोई भी छात्र-छात्राएं मैरिट सूची में अपना स्थान नहीं बना सके।

हाई स्कूल के दो बच्चों और हायर सेकेंडरी के पांच बच्चों ने प्रदेश की सूची में अपना स्थान बनाया है

बासोदा केडॉल्फिन द स्कूल आफ विजडम स्कूल की जोयल रघुवंशी ने 491अंक हासिल करते हुए प्रदेश सूची में चौथा स्थान हासिल किया है , वहीं वासोदा के ही सेन्ट एसआरएस तान्या शर्मा ने 488 अंक प्राप्त करके सातवां स्थान प्राप्त किया है। हाई सेकेंडरी के पांच विधार्थियो में दो बासौदा की और दो सिरोंज की छात्राओं ने तो वही विदिशा के एक छात्र ने अपना स्थान बनाया हैगणित विषय में जिले के चार विधार्थियो ने अपना स्थान बनाया है। जबकि कॉमर्स विषय में सिरोंज की छात्रा में टॉप किया है ।

बासौदा के नवांकुर स्कूल की महिमा दांगी ने 487 अंक प्राप्त करके गणित विषय में प्रदेश स्तरीय सूची में तीसरा स्थान वही सिरोंज की सरस्वती शिशु मन्दिर की अर्चना रघुवंशी ने 484 अंक प्राप्त करके गणित विषय में प्रदेश स्तरीय सूची में आठवां स्थान , बासौदा के न्वांकुर विद्यापीठ स्कूल की हृषिता गौर ने 482 अंक प्राप्त करके गणित विषय में दसवां स्थान तो वहीं विदिशा के बर्षाना मांडल स्कूल के विकास कुशवाहा ने 482 अंक प्राप्त करके गणित विषय में दसवां स्थान हासिल किया है वहीं सिरोंज के सरस्वती शिशु मन्दिर की मुस्कान दांगी ने कॉमर्स विषय में 493 अंक प्राप्त करके प्रदेश की सूची में पहला स्थान हासिल किया है।

प्रदेश स्तरीय सूची में दसवां स्थान हासिल करने वाले विशाल ने बताया कि उसके जिले प्रदेश स्तरीय सूची में दसवां स्थान हासिल करने पर उसके परिजनों और स्कूल के शिक्षकों में खुशी है वह अपनी इस मुकाम के लिए पूरा श्रेय शिक्षा को और माता-पिता को देता है जिन्होंने उसे सपोर्ट किया है।

विशाल ने बताया कि इस मुकाम को हासिल करने के लिए उसने पूरी प्लानिंग के साथ पढ़ाई की है। पढ़ाई के लिए टाइम टेबल बनाया था जिसके हिसाब से उसने पढ़ाई की थी, लगन के साथ पढ़ाई करने से यह मुकाम हासिल हो सकता है। पूरे साल पढ़ाई करने के साथ ही परीक्षा के दिनों में रिवीजन किया।

विशाल ने बताया कि पढ़ाई परीक्षा के दिनों मे मानसिक तनाव होता है तो उससे निजात पाने के लिए योगा और भगवान का भक्ति करके तनाव को दूर किया है। उसने बताया किस वह आगे चलकर इंजीनियर बनना चाहता है। इसके साथ ही विशाल ने उन बच्चो को भी एक सीख दी कि जो बेहतर पढ़ाई के लिए बाहर पढ़ने के लिए चले जाते हैं , विशाल का कहना था कि अपने परिजनों के साथ रहकर पढ़ाई करने से एक बेहतर मुकाम हासिल किया जा सकता है।

विकास कुशवाह ने बताया कि उसके परिवार की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है , पिता लोडिंग आटो चलते है , वह दो भाई है और बड़ा भाई बीएससी की पढ़ाई कर रहा है । उसका दो कमरे का घर है , एक अमरीका किचन है और दूसरी कमरे में सब लोग का उठना बैठना होता है, जिसके कारण घर पर पढ़ाई का माहौल नहीं बन पाता था । विशाल ने बताया कि भाई स्कूल और कोचिंग क्लास में पढ़ाई करता था कोचिंग खत्म हो जाने के बाद में भी वहां पर बैठकर वह पढ़ाई करता रहता था। उसके पास मोबाइल होने की बावजूद भी बाय गेम खेलने से बचता था और कभी-कभी जरूरी होने पर ही सोशल मीडिया का उपयोग करता था। विशाल ने बताया कि उसने अपने पिता को मेहनत करते हुए देखा है तो उसकी कोशिश है कि वह बड़ा होकर कुछ बन सके ताकि अपने माता-पिता को एक सुखी जीवन दे सके।

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