न्यूज़ डेस्क :
विदेश मंत्री एस जयशंकर संयुक्त राष्ट्र महासभा यानी UNGA की बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका में हैं। इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान से भारतीयों को निकाले जाने के ऑपरेशन देवी शक्ति की कुछ यादें साझा कीं।
जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संवेदनशीलता और काम के प्रति उनके समर्पण का जिक्र करते हुए एक किस्सा सुनाया। विदेश मंत्री ने बताया- आधी रात बीत चुकी थी, मेरे पास प्रधानमंत्री मोदी का फोन आया। उनका पहला सवाल था- जागे हो क्या। मैंने उन्हें बताया कि भारतीयों को पहुंच रही मदद रास्ते में है। इसके बाद प्रधानमंत्री ने मुझसे कहा था कि जब यह पहुंच जाए तो मुझे कॉल करना। जयशंकर बोले- उनका यही गुण दूसरों से उन्हें अलग करता है।
मोदी की किताब पर चर्चा कर रहे थे जयशंकर
न्यूयॉर्क में ‘मोदी @20 : ड्रीम्स मीट डीलिवरी’ किताब पर हो रहे विशेष कार्यक्रम में चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने ऑपरेशन देवी शक्ति का जिक्र किया। इस ऑपरेशन के तहत अफगानिस्तान से भारतीयों की देश वापसी हुई थी। 15 अगस्त को काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद कुछ भारतीय वहां फंस गए थे। इन्हें निकालने के लिए भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही थी।
जयशंकर 24 सितंबर को UNGA को संबोधित करेंगे
अमेरिका के न्यूयॉर्क में चल रहे UNGA के 77वें सत्र को संबोधित करने इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जगह विदेश मंत्री जयशंकर ने शिरकत की है। वे यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के UN को कुछ वक्त पहले दिए गए 5-S फॉर्मूला पर 24 सितंबर को विस्तार से बात करेंगे। PM मोदी के मुताबिक, 5-S फॉर्मूला के एलिमेंट – सम्मान (Respect), सम्वाद (Dialogue), सहयोग (Cooperation), शांति (Peace) और समृद्धि (Prosperity) हैं।
क्या है? UNGA
जनरल असेंबली यूनाइटेड नेशंस के 6 मुख्य अंगों में से एक है। यूनाइटेड नेशंस के सभी 193 सदस्य बराबर अधिकारों और जिम्मेदारी के साथ इसका हिस्सा हैं। UN के बजट, सिक्योरिटी काउंसिल की सदस्यता, अस्थायी सदस्यों की नियुक्ति जैसे सभी काम जनरल असेंबली के जिम्मे हैं।