विदिशा

मेडिकल कॉलेज मरीजो को सुविधाएं मुहैया कराने के मामलो से जाना जाए। यहां आने वाले मरीजो का त्वरित इलाज हो उन्हें किसी भी प्रकार का भटकाव ना हो

मेडिकल कॉलेज की कार्यकारिणी समिति की बैठक सम्पन्न
व्यवस्थाओं के क्रियान्वयन हेतु अनेक निर्णय

विदिशा :-

बिहारी वाजपेयी शासकीय स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय की कार्यकारिणी समिति की बैठक आज भोपाल संभागायुक्त गुलशन बामरा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। मेडिकल कॉलेज के सभागार कक्ष में आयोजित इस बैठक में कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के अलावा समिति के अन्य सदस्यगण मौजूद रहें।

    संभागायुक्त बामरा ने सबसे पहले समिति गठन के नियमों व सदस्यों की जानकारियां प्राप्त की। इसके अलावा समिति को किन-किन बिन्दुओं पर निर्णय लेने का अधिकार है से अवगत हुए है। कार्यकारिणी समिति के चैयरमेन बामरा ने मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाओं के क्रियान्वयन संबंध में अनेक निर्णयों पर सहमति व्यक्त करते हुए शीघ्रतिशीघ्र क्रियान्वित कराने के निर्देश दिए है।
   संभागायुक्त बामरा ने मेडिकल कॉलेज में सर्विस सेक्शन की सुविधाएं शुरू कराने हेतु संबंधित विभागो के उपयंत्री स्तर तक के अधिकारियों के बैठने हेतु कक्ष आवंटित करने के निर्देश दिए है जिसमें सिविल, इलेक्ट्रिकल के अलावा वित्त विभाग के अधिकारी सहित अन्य के लिए पृथक-पृथक कक्ष आवंटित किए जाएं। उन्होंने मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण ऐजेन्सी एमपीआरडीसी के द्वारा भवन हस्तांतरण हेतु पीजी अवधि पूर्ण पश्चात् टेकओवर की कार्यप्रणाली निर्धारित प्रपत्र में पूरी की जाए। उन्होंने मेडिकल कॉलेज परिसर में हरियाली को बढावा देने के लिए पृथक से प्रबंध कराने के निर्देश दिए है।
   संभागायुक्त बामरा ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार मेडिकल कॉलेज में इलाज के तमाम प्रबंध सुनिश्चित किए जाए। ओपीडी के अलावा आपरेशन के लिए ऐसे मरीज रेफर किए जाएं जिनका इलाज सीएचसी, डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल में संभव नही है अतः भविष्य में जिला चिकित्सालय से ही मेडिकल कॉलेज हेतु पेंसेन्ट रेफर हो। उन्होंने कहा कि मरीजो को इलाज की तमाम आधुनिक सुविधाओं का लाभ मिले यह नैतिक दायित्व पदस्थ फेकल्टियों का है।
   संभागायुक्त बामरा ने अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में रिक्त चिकित्सा शिक्षकों (फेकल्टी) के पदो पर भर्ती प्रक्रिया में निर्धारित आरक्षण रोस्टर का अक्षरशः पालन कराया जाना सुनिश्चित हो। उन्होंने रोटेट पदो में भी आरक्षण की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
   संभागायुक्त गुलशन बामरा ने समिति के सदस्यों द्वारा सुझावों पर संबंधितों को व्यय खर्च की राशि में वृद्धि करने पर सहमति व्यक्त की है। जिसके अनुसार अब विभाग के एचओडी को दस हजार रूपए तक प्रत्येक माह में खर्च करने का अधिकार प्रदाय किया गया है। मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक को पचास हजार, डीन को दस लाख, समिति के चेयरपर्सन को बीस लाख रूपए तक व्यय करने की स्वीकृति प्रदाय करने का अधिकार सौंपा गया है। उपरोक्त व्यय राशि में वित्तीय प्रबंधनो व नियमों का पालन कराए जाने हेतु अधिकृत किया गया है।
   मेडिकल कॉलेज परिसर में आधुनिक जिम छात्रों के लिए उपलब्ध कराने हेतु एनएमसी के अनुसार जिम उपकरण हेतु 15 से 20 लाख रूपए के प्राक्कलन पर सहमति दी गई है। समिति द्वारा उक्त राशि शासकीय बजट उपलब्धता के अनुसार खर्च करने पर सहमति व्यक्त की गई है। बैठक में अन्य जिन बिन्दुओं पर निर्णय लिया गया है उनमें विभिन्न शाखाओ के लिए कुल 15 कम्प्यूटर प्रिन्टर सहित, चिकित्सालय एवं महाविद्यालय के सेन्ट्रल स्टोर में दवाईयों के बाक्स रखने हेतु आयरन रैक बीस लाख रूपए तक की लागत के क्रय करने पर सहमति व्यक्त की गई है। आकस्मिक एवं महिला चिकित्सा अधिकारियों के द्वारा निजी प्रेक्टिस नही करने के एवज में अव्यवसायिक भत्ता (एनपीए) लिए जाने की मांग के संबंध में शासन से मार्गदर्शन प्राप्ति के उपरांत निर्णय लेने पर सहमति व्यक्त की गई है। उपरोक्त बैठक में सत्र 2021-22 में किए गए व्यय भुगतान की कार्योत्तर स्वीकृति के अनुमोदन हेतु विवरण प्रस्तुत किया गया। जिसका समिति के चेयरपर्सन सहित अन्य सदस्यों के द्वारा अनुमोदन किया गया है।
   संभागायुक्त बामरा ने समिति के सदस्यों से संवाद कर संबंधित चिकित्सकों व फेकल्टियों से कहा कि मेडिकल कॉलेज मरीजो को सुविधाएं मुहैया कराने के मामलो से जाना जाए। यहां आने वाले मरीजो का त्वरित इलाज हो उन्हें किसी भी प्रकार का भटकाव ना हो। यहां से अन्य जिलो के लिए मरीज रेफर ना हो। गर्भवती महिलाओं का इलाज खासकर जटिल डिलेवरी मेडिकल कॉलेज में ही हो के लिए तमाम चिकित्सीय प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। उक्त बैठक में चिकित्सा महाविद्यालय में एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराने एमपीआरडीसी के द्वारा छात्र-छात्राओं के खेलने हेतु ग्राउण्ड की सफाई तथा ड्रॉइंग अनुसार बास्केटवॉल कोर्ट एवं अन्य प्रबंध सुनिश्चित किए जाने पर सहमति व्यक्त की गई है। बैठक में मेडीकल कॉलेज के डीन डॉ. सुनील नंदेश्वर, अधीक्षक डॉ. डीडी परमहंस के अलावा अन्य फेकल्टियों के अलावा सुझावों से अवगत कराया है। उक्त बैठक में समिति के सदस्यों के अलावा अपर कलेक्टर वृंदावनसिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एपीसिंह, सिविल सर्जन सह-अधीक्षक डॉ. संजय खरे के अलावा एमपीआरडीसी के प्रबंधक मौजूद रहे।

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