विदिशा जिला अस्पताल में चूहों ने कुतरा शव: चादर हटाई तो नाक और हाथ से रिस रहा था खून

विदिशा डेस्क :

जिला अस्पताल के मर्चूरी में एक व्यक्ति के शव को चूहों ने कुतर डाला। परिचित सुबह पोस्टमॉर्टम के लिए पहुंचे और चादर हटाई तो उनके होश उड़ गए। नाक और एक हाथ बुरी तरह कुतरा हुआ था। वहां से खून निकल रहा था। लोगों ने इस मामले में सवाल किए तो जिम्मेदार पहले तो जवाब नहीं दे पाए।

वहीं मामले की जांच के लिए सिविल सर्जन ने तीन सीनियर डाक्टरों की एक टीम गठित की है। शहर के लालपुरा इलाके में रहने वाले 70 वर्षीय रमेश घोंसले रोज रामलीला चौराहे पर घूमने जाते थे। शुक्रवार शाम करीब 4 बजे वे रामलीला चौराहे से चाय पीकर घर लौट रहे थे।

इसी दौरान तेज रफ्तार में आ रही बुलेट गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी थी। जिससे उनके सिर और गर्दन में चोट आई थी। आसपास मौजूद लोगों ने उनके दोस्त सुरेंद्र दुबे को कॉल करके बुलाया। जिनकी मदद से रमेश को जिला चिकित्सालय में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान शुक्रवार शाम को उनकी मौत हो गई।

देहदानी थे लेकिन हादसे की वजह से पीएम जरूरी था :
रमेश घोंसले अकेले थे। वे पिछले 4 दशक से लालापुरा में परिचित के घर में रहते थे। उन्होंने देहदान का संकल्प लिया था लेकिन उनकी मौत एक्सीडेंट के कारण हुई थी। इसलिए शव का पोस्टमॉर्टम होना जरूरी था। इस वजह से देहदान और पीएम कराने को लेकर गफलत रही। इसके चलते रात हो गई और शव को मर्चूरी रूम में रखवा दिया था। पड़ोसियों और परिचितों ने नाराजगी जाहिर की और लापरवाही का आरोप लगाया।

सात दिन में टीम देगी जांच रिपोर्ट
मामले की जांच के लिए तीन डाक्टरों की टीम बनाई है। टीम सात दिन में मामले की जांच करके रिपोर्ट देगी। जांच में टीम पता करेगी कि इसमें गलती किसकी है। इसके बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी।
डॉ अनूप वर्मा, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल विदिशा।

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