योजना भवन की सरकारी अलमारी से 2.31 करोड़ रुपए और एक किलो सोना मिलने के मामले में बड़ा खुलासा: DOIT के जॉइंट डायरेक्टर का था सूटकेस, पुलिस ने छापेमारी कर पकड़ा,

जयपुर डेस्क :

जयपुर में सचिवालय स्थित योजना भवन की सरकारी अलमारी से 2.31 करोड़ रुपए और एक किलो सोना मिलने के मामले में बड़ा खुलासा सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक योजना भवन के बेसमेंट की बंद पड़ी अलमारी में रखा सूटकेस DOIT के जॉइंट डायरेक्टर वेद प्रकाश यादव का बताया जा रहा है। उधर, पुलिस ने जॉइंट डायरेक्टर के घर पर छापेमारी की और हिरासत में ले लिया गया है।

वेद प्रकाश यादव वर्तमान में स्टोर इंचार्ज के पद पर तैनात था। बेसमेंट में उसके ऑफिस के पास ही इस अलमारी को रखा गया था। पुलिस कमिश्नरेट की टीम ने 30 दिन की CCTV फुटेजों को खंगालने के बाद उसको पकड़ा है। जॉइंट डायरेक्टर यादव को पुलिस कमिश्नर की टीम पूछताछ के बाद एसीबी को हैंड ओवर करेंगी। सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में वेदप्रकाश ने सूटकेस में मिला कैश-गोल्ड खुद का होना स्वीकार किया है। अलमारी को वेद प्रकाश लॉकर के रूप में काम लेता था।

इस अलमारी में कॉन्ट्रैक्ट देने के एवज में वसूली गई कमीशन की रकम को रखा जाता था। आरोपी अफसर के खिलाफ ACB की ओर से आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज किया जाएगा। एसीबी वेदप्रकाश यादव को अरेस्ट करेगी। वेदप्रकाश प्रोग्रामर के पद पर भर्ती हुआ था। पदोन्नति के बाद वह इस पद पर पहुंचा था। वह 20 साल से सर्विस में है।

यह है पूरा मामला
19 मई की रात जयपुर में सचिवालय के ठीक पीछे योजना भवन के बेसमेंट की बंद पड़ी अलमारी से 2.31 करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी और एक किलो सोना बरामद हुआ था। अलमारी में रखे ट्रॉली सूटकेस में 2000 और 500 के नोट थे। अलमारी से 2000 के 7,298 और 500 रुपए के 17,107 नोट मिले थे। सोने की सिल्ली पर मेड इन स्विट्जरलैंड लिखा था। सोने की कीमत करीब 62 लाख बताई जा रही है।

राजस्थान की मुख्य सचिव(सीएस) ने इस हाईप्रोफाइल व चौंकाने वाले घटनाक्रम की जानकारी सीएम गहलोत को भी दी। जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव के अनुसार- जिस बेसमेंट से नकदी और सोना मिला है, वहां ई-फाइलिंग प्रोजेक्ट के तहत फाइलों को स्कैन करके उन्हें डिजिटलाइज्ड किया जा रहा है।

CCTV फुटेज के आधार पर छापेमारी
योजना भवन के विभागों के अफसर-कर्मचारियों को शक के दायरे में रखा गया। पुलिस अफसरों की एक स्पेशल टीम बनाकर जांच शुरू की गई। सात कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के साथ ही बेसमेंट में लगे CCTV फुटेजों को भी खंगाला गया। बेसमेंट में आने-जाने वाले लोगों के बारे में पूरी तरह जानकारी जुटाई गई।

सूत्रों के मुताबिक, उसके बाद पुलिस स्पेशल टीम ने सूटकेस के मालिक DOIT के जॉइंट डायरेक्टर के घर पर दबिश दी। छापेमारी कर जॉइंट डायरेक्टर को पकड़ने के साथ घर का सर्च किया गया। जांच में सामने आ रहा है कि बंद अलमारी में मिला कैश-गोल्ड ब्लैकमनी है। रिश्वत के एवज में अफसर ने इसको लिया था। हालांकि, पुलिस अफसरों ने अभी खुलासा नहीं किया है, जल्द ही मामले का पर्दाफाश कर खुलासा किया जाएगा।

एडि. कमिश्नर (फर्स्ट) कैलाश चन्द्र बिश्नोई का कहना है, ‘जल्द ही मामले का विस्तार से खुलासा किया जाएगा। हमने आरोपी अफसर को पकड़ लिया है। इसमें कौन-कौन शामिल हैं, इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। ACB भी आरोपी अफसर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने जा रही है। अभी पकड़े गए अफसर के बारे में ज्यादा नहीं बता सकता हूं, जल्द ही मामले में अपडेट कर दिया जाएगा।’

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