छिंदबाड़ा में अतिथि शिक्षक कलेक्टर से बोली-आपका नाम लिखकर सुसाइड कर लूंगी: बिना पढ़े आवेदन पीए को देने पर भड़की अतिथि शिक्षक

न्यूज़ डेस्क :

छिंदवाड़ा में महिला अतिथि शिक्षक कलेक्टर के सामने भड़क गई। उसने कलेक्टर शीलेंद्र सिंह से कहा- ‘आपका नाम लिखकर सुसाइड कर लूंगी।’ अतिथि शिक्षक 10 महीने से वेतन नहीं मिलने से नाराज थी।

दरअसल, जुन्नादेव के मॉडल हायर सेकंडरी स्कूल के करीब 8 से ज्यादा अतिथि शिक्षक सोमवार दोपहर को कलेक्टोरेट पहुंचे थे। इनमें एक अतिथि शिक्षक ममता परसाई भी थी। उनका कहना था कि वेतन नहीं मिलने के कारण परिवार की आर्थिक हालत खराब हो रही है। आवेदन में समस्या के निराकरण की मांग की थी।

थोड़ी देर बाद कलेक्टर शीलेंद्र सिंह वहां पहुंचे। अतिथि शिक्षकों ने कलेक्टर को आवेदन दिया। कलेक्टर ने बिना पढ़े ही आवेदन अपने पीए को थमा दिया। इसी बात पर महिला अतिथि शिक्षक की कलेक्टर से जमकर बहस हो गई। कलेक्टर ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।

अतिथि शिक्षक बोलीं- आवेदन पढ़ लेना था, ऐसा व्यवहार गलत

ममता परसाई ने कहा- ‘यह सही नहीं है। आपको कम से कम आवेदन पढ़ तो लेना था। इस तरह का व्यवहार गलत है। हमें 10 महीने से वेतन नहीं मिला है। हमें चाहें तो हटा दीजिए। मुझे बात करना ना सिखाएं। मैं आपका नाम लेकर सुसाइड कर लूंगी’।

इधर, कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने भी ममता परसाई को जमकर फटकारा। कहा- ‘ पहले बात करना सीखिए। आराम से अपनी बात रखिए। जिस तरह आप बात कर रही हैं, उससे लगता है कि बच्चों को क्या पढ़ाती होंगी।’ इस पूरे घटनाक्रम के वक्त कलेक्टोरेट में अन्य अफसर, अतिथि शिक्षक और कर्मचारी भी मौजूद थे।

डीईओ बोले- एक दो दिन में सैलरी मिल जाएगी

अतिथि शिक्षक ममता परसाई जुन्नारदेव हायर सेकंडरी स्कूल में जीव विज्ञान वर्ग 1 की टीचर हैं। यहां 12 में से 8 अतिथि शिक्षक हैं। ममता परसाई का कहना है कि समस्या के निराकरण के लिए जिला कोषालय अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल सिंह बघेल को भी आवेदन दिया।

डीईओ गोपाल सिंह बघेल ने बताया, ‘शिक्षकों का वेतन ऑनलाइन जनरेट नहीं हुआ था। कलेक्टर ने ऑफलाइन वेतन के आदेश दिए हैं। इसी वजह प्रक्रिया में समय लग गया था। अतिथियों का वेतन रुका है। उनका वेतन एक-दो दिन में ऑफलाइन कर दिया जाएगा।’

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