लटेरी डेस्क :
वन विकास निगम ने लटेरी क्षेत्र में 6 साल में 31 लाख से ज्यादा पौधे लगाने का दावा किया है, लेकिन मुश्किल से 3 लाख पौधे ही बचे। निगम ने कई जगह बगैर गड्ढे किए पौधे लगाए और खाद भी नहीं डाला, इसलिए ये पौधे पनपने की बजाय सूख गए। पौधरोपण में करीब 15.50 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि खर्च करने का दावा किया गया है।
वास्तव में खर्च करीब डेढ़ करोड़ रुपए किया और बाकी 14 करोड़ से ज्यादा की राशि का गोलमाल कर दिया। लटेरी क्षेत्र में किए गए पौधरोपण की तस्वीरें खुद ही भ्रष्टाचार उजागर कर रही हैं। जानकारी के अनुसार पिछले 6 साल में एक पौधे को लगाने में औसत 50 रुपए का खर्च आया। 31 लाख पौधरोपण में ही 15 करोड़ 50 लाख रुपए खर्च हुए, जबकि पौधे 3 लाख ही लगाए गए।
पौधरोपण में गड़बड़ी मिली ताे कार्रवाई करेंगे
पौधरोपण में गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसे रोकने के लिए लगातार जांच कराएंगे। पौधरोपण सही ढंग से हो, इसके लिए योजना बनाएंगे। लगातार अधिकारियों और कर्मचारियों से भ्रमण कराएंगे। पौधरोपण में गड़बड़ी मिली तो दोषियों पर कार्रवाई करेंगे।
तरुण कौरव, डिवीजनल मैनेजर, वन विकास निगम।
तिलोनी गांव के आसपास हर साल 20 हजार पौधे लगाए, हकीकत – पांच साल में लगाए गए पौधे गायब
लटेरी दक्षिण का कपांर्टमेंट नंबर 333, स्थान तिलोनी गांव के पास। यहां पौधे कम मैदान ज्यादा नजर आ रहा है। यहां हकीकत देखकर पता चला कि बारिश में किया गया पौधरोपण अब कहीं भी नहीं है। तिलोनी गांव के आसपास पिछले पांच साल में वन विकास निगम ने 1 लाख से ज्यादा पौधे लगाए। यानी हर साल 20 हजार से ज्यादा पौधे लगाने का काम किया गया। हकीकत में यहां 5 साल के भीतर लगाए गए पौधे गायब नजर आए। यही हकीकत आसपास के कंपार्टमेंट नंबर 330, 331 और 334 में नजर आई।
दामखेड़ा सरपंच बोले-वन विकास निगम जो भी काम करता है, उसका 5% भी काम 1 साल बाद नहीं दिखता
दक्षिण लटेरी के नागौरी, खेल्ली और अगरा पठार के पास 5 साल में ढाई लाख से ज्यादा पौधे लगाने का काम किया गया। यहां ढाई लाख में से 25 हजार हजार पौधे भी विकसित नहीं हुए। ज्यादातर काम कागजों में हुआ। परिक्षेत्र लटेरी दक्षिण के दामखेड़ा पंचायत के सरपंच शिवराज यादव का कहना है वन विकास निगम जो भी काम करता है उसका 5 फीसदी भी काम एक साल बाद नहीं दिखता। ऐसा इसलिए कि सारा काम कागजों में हो रहा है। पौधे नहीं होने से जंगल मैदान की तरह नजर आ रहा है।
खाद-पानी न मिलने के कारण सूख गए पाैधे
साल 2015-16 से साल 2020-2021 तक लटेरी क्षेत्र में वन विकास निगम ने 31 लाख से ज्यादा से पौधे लगाने का दावा किया। इन पौधों को खाद और पर्याप्त पानी नहीं मिला, इसलिए ये पौधे बारिश के बाद सूख गए। वहीं ज्यादातर पौधे निगम के अफसरों ने अपने रिकाॅर्ड में दर्ज किए लेकिन हकीकत में कोई काम नहीं किया। वास्तविकता में 3 लाख पौधे लगाए गए थे।