कांग्रेस से अलग हुए गुलाम नबी आजाद बनाए हुए नई पार्टी, कश्मीर की आवाम तय करेगी नाम और झंडा

नई दिल्ली डेस्क :

कांग्रेस से अलग हुए गुलाम नबी आजाद ने आज रविवार को जम्मू में कहा कि वे अपनी नई पार्टी बनाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का झंडा ऐसा होगा, जिसे हर धर्म का आदमी स्वीकार करे। पार्टी का झंडा और नाम कश्मीर की अवाम तय करेगी। कांग्रेस से इस्तीफे के बाद यह आजाद की पहली रैली है।

आजाद ने कांग्रेस हाईकमान में किसी का नाम लिए बगैर कहा कि मेरी नई पार्टी बनाने से उनमें बौखलाहट है, लेकिन मैं किसी का बुरा नहीं चाहता हूं।

आजाद की पार्टी के 3 मुख्य एजेंडा

जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा, बाहरी आदमी जमीन न खरीदे, नौकरी केवल जम्मू-कश्मीर के लोगों को मिले। अभी तक मैंने अपनी पार्टी का नाम तय नहीं किया है। कश्मीरी आवाम

तय करेंगे झंडा और नाम। मेरी पार्टी को मैं हिंदुस्तानी नाम दूंगा जिसे हर कोई समझ सके।
कांंग्रेस हमने बनाई है, अपने खून-पसीने से बनाई है। कांग्रेस कम्प्यूटर और ट्विटर से नहीं बनी है। जो लोग हमें बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं, उनकी पहुंच केवल कम्प्यूटर और ट्वीट्स तक है। यही वजह है कि कांग्रेस अब जमीन पर कहीं नहीं दिखाई देती। वो लोग डिबेट में खुश रहें, उन्हें वही नसीब हो। हम बुजुर्गों, किसानों के साथ ठीक हैं। उन्हें उनकी बादशाहत मुबारक।

जम्मू के 60 से अधिक कांग्रेस नेता संपर्क में

गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस छोड़ दी थी। उनके बाद जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर समेत चार नेताओं ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दिया। इनके अलावा जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद, पूर्व मंत्री माजिद वानी और मनोहर लाल शर्मा ने भी कांग्रेस छोड़ दी थी। कुल मिलाकर 64 नेता कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके हैं। माना जा रहा है कि ये सभी लोग आजाद की नई पार्टी में शामिल हो सकते हैं।

कांग्रेस के कई नेता अब खुलकर गुलाम नबी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। हाल ही में कांग्रेस ने आजाद के DNA पर सवाल उठाया था। पार्टी के एक नेता कहा था कि आजाद का डीएनए बदलकर मोदी-मय हो गया है। अब आजाद अपने डीएनए पर उठ रहे सवाल पर कांग्रेस पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अगर आप दूसरे राजनीतिक दलों के लोगों से मिलते हैं और उनसे बात करते हैं तो इससे आपका डीएनए नहीं बदल जाता है।

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