मध्यप्रदेश

पूर्व सीएम शिवराज सिंह बोल मैं बेस्ट सांसद बनकर दिखाऊंगा: बाकी मेरी कोई पसंद नहीं, जो जिम्मा पार्टी देगी, निभाऊंगा

आप राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना चाहते हैं या केंद्रीय मंत्री?

भोपाल डेस्क :

मध्य प्रदेश में इतिहास में दूसरी बार किसी पार्टी ने सभी लोकसभा सीटें जीतकर इतिहास रचा। भाजपा ने सभी 29 सीटें जीतीं। कुल वोट प्रतिशत के लिहाज से देखें तो पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को विदिशा से रिकॉर्ड 57.59% वोट मिले। पीएम मोदी कह चुके हैं कि शिवराज अब दिल्ली में काम करेंगे। ऐसे में दिल्ली में उनकी भूमिका क्या होगी? उनके दिल्ली जाने के बाद उनके विधानसभा क्षेत्र बुदनी से उनके बेटे कार्तिकेय को टिकट मिलेगा या किसी अन्य को? इन सभी सवालों को लेकर दुनिया के  सबसे विश्वनीय समाचार पत्र दैनिक भास्कर से शिवराज से सीधी बात की…।

विधानसभा चुनाव जीतने के बाद ही मैं छिंदवाड़ा में लग गया ​था, सारी सभाएं सड़क मार्ग से की… एक दिन में 6-7 जगह गया

Q मध्य प्रदेश में क्लीन स्वीप का सबसे बड़ा कारण क्या मानते हैं?
मप्र भाजपा और हमारी विचारधारा का भी गढ़ है। पीएम मोदी को लोग पसंद करते हैं। उनका मैजिक चला। हमने विधानसभा के नैरेटिव को बदलने नहीं दिया। पिछले लोकसभा चुनाव में छिंदवाड़ा हारने की कसक थी। इसीलिए विधानसभा चुनाव जीतने के तुरंत बाद से मैं छिंदवाड़ा में लग गया था। दो तरह के नेता होते हैं। एक हटने के बाद चाहते हैं कि दो-चार सीटें कम आए तो मेरी कीमत बढ़ेगी। दूसरे- मेरे जैसे। जो मानते हैं कि ये मेरे जैसे कार्यकर्ता के लिए अब ज्यादा जरूरी परीक्षा है। इस बार मैंने सारी सभाएं सड़क मार्ग से ही की। इसके बावजूद एक दिन में 6-7 की। केंद्र की योजनाओं के लाभार्थी हमारे साथ हैं। लाड़ली बहनों ने बढ़ चढ़कर हमें अपना वोट दिया।
Q फिर यूपी में इतना बड़ा झटका क्यों? क्या संघ ने हाथ खींच लिया?
मैं ऐसा नहीं मानता। संघ की विचारधारा ही उन्हें ऐसा नहीं करने देगी। पार्टी यूपी में जीत-हार का विश्लेषण करेगी। फिर कुछ कहा जा सकता है कि सीटें कम क्यों आईं।
Q पड़ोसी राज्य राजस्थान में 14 सीटों में सिमट गए? क्या बड़े नेताओं को दरकिनार करना बड़ी वजह रही?
लोकतंत्र में सीटें घटती-बढ़ती रहती हैं। ओडिशा, आंध्र प्रदेश जैसे कई राज्यों में हमने क्लीन स्वीप किया। देखना ये है कि मोदी सरकार पर लोगों ने भरोसा किया।
Q कांग्रेस सवाल उठाती है कि भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला? फिर सरकार बनाना तो अनैतिक है?
मोदी दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं। एनडीए को 293 सीटें मिली हैं। यानी पूर्ण बहुमत। ऐसे में कांग्रेस की बातें हास्यास्पद है। कांग्रेस खुद अपनी सीटें देखे। 100 का आंकड़ा भी नहीं छू सकी। 2004 में कांग्रेस की 145, साल 2009 में 206 सीटें थी, फिर भी सरकार बनाई। अभी भाजपा की 240 सीटें हैं और कांग्रेस सवाल उठा रही।
Q आप दिल्ली जा रहे हैं, आप क्या भूमिका चाहते हैं? केंद्रीय मंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष या कुछ और?
ये भी नहीं सोचा था कि विधायक बनूंगा। यहां मैं महत्वपूर्ण नहीं। पार्टी और देशहित पहले है। वह अलग लोग होते हैं, जिनके पास जो होता है, उससे असंतुष्ट रहते हैं। मैं सांसद हूं। बेस्ट सांसद बनकर दिखाऊंगा। बाकी पार्टी जो जिम्मेदारी देगी, उसे पूरी शिद्दत से निभाऊंगा।

Q अगर आपको विकल्प मिले तो आप क्या पसंद करेंगे?
जो पार्टी की पसंद होगी, वही मेरी पसंद। मेरी अपनी कोई चॉइस नहीं है।
Q टीवी एग्जिट पोल गलत साबित हुए? आप इन पर कितना भरोसा करते हैं?
देखिए, है तो ये अंदाजे का ही काम। फिर भी मप्र विधानसभा चुनाव में कुछ एग्जिट पोल सही भी साबित हुए। इनको और अच्छे से काम की जरूरत है।

Q कई भाजपा नेता कहते हैं कि कमलनाथ, दिग्विजय या कांतिलाल भूरिया को अब राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए?
कांग्रेस के इन नेताओं के नेतृत्व से अब लोगों का विश्वास उठ गया है। मैं इन्हें संन्यास लेने के लिए कहने वाला कौन होता हूं? लेकिन इन्हें अब राजनीति या जनसेवा, इस पर विचार करना चाहिए।

Q बुदनी विधानसभा सीट पर उत्तराधिकारी क्या आपके बेटे कार्तिकेय होंगे?

ये फैसला पार्टी को लेना है। जो भी फैसला होगा, मैं उसके साथ रहूंगा।

क्रैडिट दैनिक भास्कर 

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