कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ओर विधायक विक्रांत भूरिया पर एफआईआर: आलीराजपुर में रेप पीड़ित परिवार की पहचान उजागर करने पर कार्रवाई

न्यूज़ डेस्क :

मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और झाबुआ से कांग्रेस विधायक विक्रांत भूरिया के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इन पर आलीराजपुर के जोबट थाना क्षेत्र में गैंगरेप पीड़ित परिवार की पहचान उजागर करने का आरोप है। एक महिला ने जोबट पुलिस थाने में आवेदन देकर दोनों नेताओं की शिकायत की है।

जोबट थाना टीआई सोनू शितोले ने बताया कि पुलिस ने धारा 228ए, भादिव, 23 पाक्सो एक्ट और 74 जेजे एक्ट में दोनों नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है।

बता दें कि शुक्रवार को जोबट थाना क्षेत्र के एक गांव में 11 साल की एक आदिवासी बच्ची से गैंगरेप की वारदात हुई थी। रविवार को जीतू पटवारी और विक्रांत भूरिया पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे। दोनों नेताओं के साथ बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। दोनों नेताओं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी पीड़ित परिवार के फोटो शेयर किए थे।

अलीराजपुर एसपी राजेश व्यास ने बताया कि संगीता बघेल नाम की महिला ने दोनों के खिलाफ जोबट थाने में लिखित आवेदन दिया है। उसने शिकायत में कहा कि जीतू पटवारी और विक्रांत भूरिया के ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दुष्कर्म पीड़ित के परिवार के फोटो डाले। जिसमें उसका घर, उसके रिश्तेदार के चेहरे दिख रहे हैं। जिससे पीड़िता की पहचान हो रही है। आवेदक की शिकायत पर जोबट थाना में दोनों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

ये है पूरा मामला

आलीराजपुर के जोबट थाना क्षेत्र के एक गांव में शुक्रवार को 11 साल की एक आदिवासी लड़की से गैंगरेप की वारदात हुई थी। पुलिस के मुताबिक लड़की अपनी दो सहेलियों के साथ एक शादी समारोह से घर लौट रही थी। इस दौरान वो खेत में शौच के लिए रुक गई। तभी 14 से 18 साल की उम्र के दो लड़कों ने खेत में लड़की के साथ बलात्कार किया। पीड़ित की चाची उसे जोबट अस्पताल ले गई। जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।

पुलिस ने इस मामले में दोनों लड़कों और उन्हें घटनास्थल से भागने में मदद करने वाले शख्स के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और पॉक्सो (POCSO) के तहत केस दर्ज किया है। तीनों को हिरासत में लेकर बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।

पीड़ित परिवार से मिले थे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष

रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पीड़ित के गांव पहुंचकर परिवार से मिले थे। मीडिया से चर्चा में पटवारी ने आरोप लगाया था कि पीड़िता की अस्मत जिले में राजनीतिक रूप से रसूखदार परिवार के रिश्तेदार ने लूटी है। स्थिति इतनी भयावह है कि पीड़िता को यहां से इंदौर रेफर करना पड़ा है। पटवारी ने इस बात पर नाराजगी जताई कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी कलेक्टर और एसपी अब तक पीड़ित परिवार के पास नहीं पहुंचे।

जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि आदिवासियों पर अत्याचार और अनाचार को भाजपा का संरक्षण है। आज बलात्कार के मामले में मध्यप्रदेश देश का तीसरा राज्य है। यह आरोप नहीं, बल्कि एनसीआरबी के आंकड़े यह बयां करते हैं। आदिवासियों को इस अपमान का बदला लेना चाहिए। जीतू पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री को ऐसे मंत्री का इस्तीफा लेना चाहिए।

परिजन बोले- आरोपियों को कड़ी सजा मिले

पीड़ित के परिजनों ने पीसीसी चीफ को पूरी घटना की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि हमें अभी भी जान का डर सता रहा है। पीड़िता की दादी ने कहा था कि आरोपियों के घर तोड़े जाने चाहिए। साथ ही ऐसी कड़ी सजा मिले कि वह जेल में ही खत्म हो जाए।

मंत्री बोले- कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए

दुष्कर्म मामले में प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री नागर सिंह चौहान ने मीडिया से चर्चा में कहा था कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इस प्रकरण में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अपराधी की कोई जाति नहीं होती। कानून अपना काम कर रहा है। मुझ पर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वह निराधार हैं।

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