देश की राजधानी दिल्ली में रोज दुष्कर्म के 6 मामले: महिलाओं से जुड़े अलग-अलग क्राइम के डेली 27 केस आए

नई दिल्ली डेस्क :

मोहन गार्डन में बाइकर्स एक छात्रा का मोबाइल छीन ले गए। संगम विहार में महिला को हथियार दिखाकर पर्स लूट लिया गया। आदर्श नगर में महिला की चेन तोड़ बदमाश फरार हो गए। राजधानी में आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। महिलाएं खासकर बदमाशों के निशाने पर हैं।

इस साल बीते छह महीने में दुष्कर्म, छेड़छाड़ समेत महिलाओं से जुड़े विभिन्न मामले में रोज औसतन 27 आपराधिक घटनाएं सामने आई हैं। यही नहीं, हत्या, डकैती, सेंधमारी और चोरी के केस भी इस साल बढ़े हैं। हालांकि, इस साल स्ट्रीट क्राइम के ग्रॉफ में कमी आई है।

इसके अलावा, पुलिस का दावा है कि विभिन्न अपराधों में जो केस दर्ज हुए हैं, उनमें ज्यादातर सुलझा लिए गए हैं। बहरहाल, इस बारे में जब दैनिक भास्कर संवाददाता ने दिल्ली पुलिस के अफसरों से सवाल किए तो किसी ने भी जवाब नहीं दिया।

30 जून 2023 तक मर्डर के 266 केस दर्ज हुए
पिछले साल की तुलना में इस साल के शुरुआती छह महीने में दुष्कर्म के केस बढ़े हैं। इस साल 1 जनवरी से 30 जून तक दुष्कर्म के 1029 केस दर्ज हुए। पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा 995 था। वहीं, इस साल 30 जून तक मर्डर के 266 केस सामने आए। पिछले साल इस अवधि में यह आंकड़ा 256 था। सेंधमारी के 3,403 केस हुए, जबकि पिछले साल 30 जून तक 2,636 केस रिपोर्ट हुए थे। चोरी के 85,149 केस दर्ज हुए हैं।

झपटमारी और छीना-झपटी के केस इस साल कम दर्ज हुए
इस साल 30 जून तक महिलाओं से छेड़छाड़ और विभिन्न तरह के उत्पीड़न के 3920 केस दर्ज हुए, पिछले साल इस अवधि में यह आंकड़ा 4201 था। वहीं, झपटमारी के 3814 और लूट के 779 केस दर्ज हुए, जबकि पिछले साल इसी अवधि में झपटमारी के 4687 और लूट के 1161 मामले सामने आए थे।

अजनबी आरोपी बेहद कम, ज्यादातर दोस्त या जानकार
तमाम कोशिशों के बावजूद महिलाओं से जुड़े अपराध रुक नहीं रहे हैं। रोज औसतन छह दुष्कर्म केस दर्ज हो रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो ज्यादातर ऐसे मामलों में आरोपी पीड़िता का दोस्त, जानकार, रिश्तेदार, ऑफिस में सहकर्मी आदि होते हैं। इन केस में अजनबी आरोपी बेहद कम होते हैं।

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