सीएम सीखो-कमाओ योजना: प्रदेश भर में कुल पदों से 4 गुना ज्यादा हुए रजिस्ट्रेशन

भोपाल डेस्क :
भोपाल में सीएम सीखो कमाओ योजना के लिए निकले साढ़े 6 हजार पदों में से 4 दिन में ही चार हजार से ज्यादा युवा रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। इधर, प्रदेश में कुल पदों के लिए चार गुना रजिस्ट्रेशन हा़े चुके हैं। कुल 37 हजार 227 पदों के लिए 4 जुलाई से लेकर अब तक 1.7 लाख से ज्यादा युवा फॉर्म भर चुके हैं। सबसे ज्यादा फॉर्म सागर, रीवा और सतना में 5-5 हजार से ज्यादा भरे जा चुके हैं। योजना के तहत 11 हजार से ज्यादा प्रतिष्ठानों में छात्रों को ट्रेनी रखा जाएगा। इन प्रशिक्षुओं को 8 हजार से 10 हजार रुपए का स्टाइपेंड दिया जाएगा। शासन द्वारा इसमें से 75% और कंपनी द्वारा 25% राशि दी जाएगी।
इंटरव्यू में पास होने के बाद रखे जाएंगे
उद्योगों के साथ सर्विस सेक्टर में कौशल प्रशिक्षण दिए जाने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की गई है। अब तक लगभग 1 लाख 17 हजार 480 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। इसके लिए 11 हजार 296 प्रतिष्ठानों में कुल 37 हजार 227 पद निकले हैं। इनके इंटरव्यू कंपनियों द्वारा लिए जाएंगे। उसमें पास होने के बाद उन्हें बतौर ट्रेनी के रूप में नियुक्त किया जाएगा।
बघेल-बुंदेलखंड में सबसे ज्यादा, इंदौर में कम
सबसे ज्यादा फॉर्म बुंदेलखंड और बघेलखंड में भरे जा रहे हैं। सागर, रीवा, सतना में 5-5 हजार और जबलपुर, भोपाल, विदिशा और दमोह में 4-4 हजार से ज्यादा युवाओं ने इसके लिए रजिस्ट्रेशन कराए हैं। ग्वालियर, विदिशा, छतरपुर, सीहोर, नरसिंहपुर और राजगढ़ में 3-3 हजार से ज्यादा फॉर्म भरे जा चुके हैं। इंदौर इस मामले में काफी पीछे है। यहां सबसे ज्यादा कंपनियों ने रजिस्ट्रेशन कराया और भोपाल के बाद सबसे ज्यादा वैकेंसी हैं, लेकिन अब तक सिर्फ करीब 2277 युवाओं ने ही रजिस्ट्रेशन कराया है।
ई-केवाईसी जरूरी-पहले कंपनी का अंशदान ट्रेनर के खाते में जाएगा, उसके बाद सरकार की तरफ से दी जाने वाली राशि खाते में डीबीटी के मध्यम से पहुंचेगी। बैंक खाते का ई-केवाईसी अपडेट होना जरूरी है।
मैनपॉवर का सिर्फ 15% ही रख सकते हैं-नियमानुसार एक कंपनी कुल मैनपॉवर के 15% तक इन ट्रेनी को रख सकते हैं। अगर किसी कंपनी में मैनपॉवर 100 है, तो वे इसके तहत 15 ट्रेनी ही रख सकते हैं।