Breaking news- ट्राले और बस में भीषण भिड़ंत: एक ही परिवार की 2 महिलाओं समेत 4 की मौत, 15 से ज्यादा घायल

न्यूज़ डेस्क :

शाजापुर में मक्सी-उज्जैन मार्ग पर बुधवार रात करीब 3 बजे एक बस और ट्राले में आमने-सामने भिड़ंत हो गई। हादसे में तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि, एक बच्ची ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। 15 से ज्यादा घायलों को उज्जैन ले जाया गया है। बस माधवगढ़ (जालौन, उत्तर प्रदेश) से अहमदाबाद जा रही थी। मृतक UP के रहने वाले थे। शादी में शामिल होने अहमदाबाद जा रहे थे। तीनों मृतकों में एक ही परिवार की दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल है। तीनों बस में आगे की सीट पर बैठे हुए थे।

गोरा-भूपका जिला जालौन उत्तर प्रदेश के रहने वाले गणेश प्रजापति ने बताया कि हमारी पहली नंबर की सीट थी। मेरी पत्नी और भाई की बहू एक सीट पर और मैं और भाई साइड वाली दूसरी सीट पर अलग-अलग बैठे हुए थे। अचानक से जोर का झटका लगा। मैं कुछ समझ पता, इसके पहले बाहर गिर गया और बेहोश हो गया। गांव के ही लोग जो बस में सफर कर रहे थे, उन्होंने पानी डाला तो मुझे होश आया। सामने भाई लहूलुहान पड़ा था। उसे एम्बुलेंस लेकर चली गई। साइड में बहू और पत्नी घायल पड़ी हुई थीं। यह देखकर मैं फिर से बेहोश हो गया। पुलिसवालों ने फिर से पानी डालकर उठाया।

बस आगे से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई

मक्सी थाना प्रभारी गोपाल सिंह चौहान ने बताया हादसे की सूचना सुबह करीब 5 बजे मिली थी। मौके पर पहुंचा तो शारदा ट्रेवल्स की बस यूपी 75 एटी 4799 ट्राले में घुसी हुई थी। बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया था। कुछ घायल बाहर सड़क पर पड़े थे, जबकि ज्यादातर बस के भीतर थे। कुछ यात्री उन्हें बाहर निकाल रहे, तो कुछ अपना सामान समेट रहे थे। बस कानपुर से अहमदाबाद जा रही थी। हादसे में तीन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि एक की मौत जिला अस्पताल उज्जैन में हुई है।

शादी में शामिल होने अहमदाबाद जा रहा था परिवार

थाना प्रभारी ने बताया कि मृतकों में रामजानकी, मीरा समेत तीन महिलाएं और एक पुरुष शामिल है। इनमें से उत्तर प्रदेश के गोरा भूपका का रहने वाला प्रजापति परिवार शादी समारोह में शामिल होने के लिए अहमदाबाद जा रहा थे। प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि बस चालक को नींद की झपकी आ गई थी। इस कारण वह बस को नियंत्रित नहीं रख पाया और हादसा हो गया।

…बस ड्राइवर की लापरवाही से बहन की मौत हो गई

यात्री हिमांशु ने बताया कि उत्तर प्रदेश के माधौगढ़ से मैं अपने माता-पिता और बहन के साथ बस में चढ़ा था। हम सभी अहमदाबाद जा रहे थे। बस में 60 से 70 लोग सवार रहे होंगे। ड्राइवर काफी तेजी से बस को दौड़ा रहा था। रात का समय था, इसलिए सभी सो रहे थे। अचानक से जोर का झटका लगा तो मेरी आंख खुली तो देखा बस एक ट्राले से टकरा गई थी। आंखों के सामने अंधेरा सा छा गया। पास में देखा तो मां पापा और बहन लहूलुहान पड़े हुए हैं। मां-पापा के साथ ही बहन बुरी तरह से सीट के बीच में फंस गई थी। जैसे-तैसे उन्हें निकालकर उज्जैन अस्पताल लेकर आए, जहां 14 साल की छोटी बहन को मृत घोषित कर दिया गया। मां और पापा के भी दोनों पैर बुरी तरह से जख्मी हुए हैं। मां का तो पैर टूट सा ही गया था। बस ड्राइवर की लापरवाही से ही मेरी बहन की मौत हुई है।

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