फलाहार के रूप सिंघाड़े के आटे से बनी हलवा-पूड़ी खाई खाई, 49 बीमार: फूड पॉइजनिंग से 31लोग अस्पताल में भर्ती, उल्टी-दस्त और चक्कर की शिकायत

न्यूज़ डेस्क :

सिंघाड़े के आटे से बनी हलवा-पूड़ी खाने से 49 लोगों को फूड पॉइजनिंग हो गया। इनमें से 31 अस्पताल में भर्ती हैं। इन्हें उल्टी-दस्त और चक्कर आ रहे थे। मामला टीकमगढ़ और सागर जिले का है। पीड़ित लोगों ने नवरात्र के पहले दिन बुधवार को फलाहार के रूप सिंघाड़े के आटे से बनी हलवा-पूड़ी खाई थी।

टीकमगढ़ के जतारा, बलदेवगढ़ सहित शहर के 42 से ज्यादा लोग बीमार हुए हैं। सभी ने पहले स्थानीय स्तर पर इलाज कराया। आराम नहीं मिला तो बुधवार रात को जिला अस्पताल पहुंचे। गुरुवार दोपहर तक जिला अस्पताल में 24 से ज्यादा पीड़ित भर्ती हो चुके हैं। एक-एक पलंग पर दो-दो मरीजों को एडमिट किया गया है। हालात में सुधार होने पर दो लोगों को डिस्चार्ज भी किया गया है।

रात 12 बजे बिगड़ी हालत

जतारा के वंशी नामदेव ने बताया कि नवरात्र के पहले दिन पत्नी के साथ सिंघाड़े के आटे से बना फलाहार किया था। इसके कुछ देर बाद उल्टी-दस्त होने पर परिजन रात 10 बजे जतारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। यहां से रात करीब 12 बजे जिला अस्पताल ले जाया गया। जतारा के ही डीके गुप्ता की भी यही स्थिति है। लोगों की शिकायत पर खाद्य विभाग की टीम ने सिंघाड़े के आटे का पैकेट जब्त कर सैंपल जांच के लिए भेजे हैं।

दुकानों पर इंदौर से आया था सिंघाड़े का आटा

जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे एसडीएम सीपी पटेल ने बताया कि हॉस्पिटल में जतारा, बलदेवगढ़ और टीकमगढ़ के लोगों को भर्ती कराया गया है। पूछताछ में पता चला है कि लोगों ने माधुरी ब्रांड के सिंघाड़े के आटा का उपयोग किया। जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ी। यह प्रोडक्ट इंदौर का है। इसकी जांच की जा रही है। एसडीएम ने अस्पताल में भर्ती सभी लोगों की तबीयत में सुधार बताया है।

बीना में एक ही दुकान से खरीदा था आटा

सागर जिले के बीना के शास्त्री वार्ड निवासी स्वदेश रिछारिया ने बताया कि उन्होंने बुधवार रात डब्बू किराना स्टोर से सिंघाड़े का आटा खरीदी था। इस आटे का हलवा और पूड़ी बनाकर घर के लोगों ने खाई थी। उसके बाद देर रात में सभी की हालत बिगड़ने लगी। स्वदेश के पड़ोसी शालू बिलगैया ने भी इसी दुकान से आटा खरीद कर पूड़ी बनाकर खाई थी। दोनों परिवार के 7 सदस्य बीमार हो गए।

मामले को लेकर डब्बू किराना स्टोर संचालक सौरभ जैन का कहना है कि जो सिंघाड़ा आटा हमने दिया था, वह एक्सपायर डेट का नहीं है। नवरात्र शुरू होने के पहले करीब दस किलो आटा बड़ी बजरिया की एक दुकान से खरीदा था।

बीना के इन लोगों की तबीयत बिगड़ी

बीना की प्रीति पति स्वदेश रिछारिया (43), सीमा पति धर्मेश रिछारिया (42), आयुष पिता स्वदेश रिछारिया (14) और काव्य पिता स्वदेश रिछारिया (10)। शालू पिता रमाकांत बिलगैया (30), शिवांगी पिता रमाकांत बिलगैया (31) और मीना पति रमाकांत बिलगैया (52)। समय पर इलाज मिलने के कारण सभी सातों की हालत में सुधार हैं।

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