इंदौर

गाड़ियों पर टूटकर गिरा पहाड़, उत्तरकाशी में इंदौर, भोपाल, देवास के 3 टूरिस्ट की मौत

इंदौर डेस्क :

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भारी बारिश और लैंडस्लाइड के बीच मध्यप्रदेश के 3 टूरिस्ट की मौत हो गई। सोमवार रात दो पर्यटक वाहनों पर पहाड़ से टूटकर चट्‌टानें गिरने से यह हादसा हुआ है। मारे गए लोगों में एक भोपाल की महिला है। देवास और इंदौर के युवकों की भी इस हादसे में मौत हुई है। मध्यप्रदेश के 6 अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं। इनमें 1 की हालत गंभीर है।

टूरिस्ट्स दो अलग-अलग गाड़ियों में थे। दोनों गाड़ियां आगे-पीछे चल रही थीं। हादसा गंगोत्री नेशनल हाईवे पर गंगनानी के पास सोमवार शाम 7.30 बजे हुआ। गाड़ियां गंगोत्री धाम से उत्तरकाशी की ओर आ रही थीं। तहसील भटवाड़ी के पास लैंडस्लाइड हुआ। घायलों को भटवाड़ी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया। यहां से जिला जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

दोनों गाड़ियों के पीछे एक और लोकल पासिंग की स्विफ्ट कार (UK17 TA 0771) थी। इसमें दो लोग सवार थे, जो बाल-बाल बचे। इंदौर कलेक्टर इलैया राजा टी उत्तरकाशी प्रशासन से संपर्क में हैं।

टैम्पो ट्रेवलर में 21 टूरिस्ट थे

टैम्पो ट्रेवलर (HR 55 AN 0029) में 21 टूरिस्ट थे। इसमें सवार साकेत नगर, भोपाल की सुरूपा चौहान की मौत हो गई। दूसरे मृतक रवि वघेल हरियाणा के रहने वाले हैं। साकेत नगर, भोपाल के माही (9) और अमृता (13) पिता महेंद्र चौहान और इंदौर की सानिध्या (14) पुत्री घायल हैं। 15 यात्री सुरक्षित हैं।

टवेरा में 8 टूरिस्ट सवार थे

दुर्घटनाग्रस्त दूसरी गाड़ी टवेरा (MP13 BA 1879) है। इसमें कुल 8 टूरिस्ट थे। देवास के अंशुल नेगोत्री (24) और शिप्रा, इंदौर के योगेंद्र सोलंकी (28) की मौत हुई है। देवास के उमंग सोलंकी (36) गंभीर घायल हुए हैं। देवास के ही अभिषेक सोलंकी (24) और अंकुश सोलंकी (24) घायल बताए जा रहे हैं।

लैब टेक्निशियन था, पढ़ाई भी कर रहा था

योगेंद्र पिता कालूसिंह सोलंकी शादीशुदा था। वह अमलतास मेडिकल हॉस्पिटल देवास मे लैब टेक्निशियन था और पढ़ाई कर रहा था। उसके पिता कालूसिंह पशु चिकित्सक हैं। योगी ने नाम से पहचाना जाता था। मिलनसार और हर धार्मिक आयोजन में सक्रिय रहने वाले योगेंद्र की मौत की खबर से हर कोई निराश है।

13 जुलाई को इंदौर के लिए वापस होंगे

उत्तरकाशी हादसे में घायलों के परिजन ने बताया कि इंदौर से करीब 16 लोग चारधाम यात्रा पर गए थे। सोमवार शाम उनके वाहनों- टवेरा और टेम्पो ट्रैवलर पर पहाड़ से पत्थर गिरे। उन्होंने कहा कि गाड़ियों में रजक समाज के चार परिवारों के लोग थे, जो 5 जुलाई को इंदौर से रवाना हुए थे। इनमें 6 पुरुष और बाकी महिलाएं व बच्चे शामिल हैं। सूचना मिली थी कि गाड़ी पर पत्थर गिरने से महिला पुष्पा बाई चौहान की मौत हो गई, बाकी लोग सुरक्षित हैं। सभी लोग 13 जुलाई को इंदौर के लिए वापस रवाना होंगे।

तड़के 4 बजे सूचना मिली, योगेंद्र का परिवार दिल्ली पहुंचा
योगेंद्र के पिता डॉ. कालूसिंह सोलंकी ने दैनिक भास्कर को बताया कि भू-स्खलन की सूचना पर हम सुबह चार बजे इंदौर से रवाना होकर दोपहर 3 बजे दिल्ली पहुंचे हैं। हमारे बेटा कहां है, यह नहीं पता। अभी लोकल प्रशासन से किसी तरह का संपर्क नहीं हो सका है। योगेंद्र की शादी 2021 में हुई थी, फिलहाल कोई संतान नहीं है। हम हरिद्वार जा रहे हैं।

मोबाइल कार में दबे, दूसरे लोगों के फोन से कॉल कर रहे
अंशुल नेगोत्री के परिजन ने बताया- योगेंद्र और अंशुल माली समाज से हैं। एक अन्य अंशुल जो घायल है, उससे हमारी बात हुई है। उन लोगों को एम्बुलेंस के जरिए हरिद्वार लाया जा रहा है। उन सभी के मोबाइल कार में ही दब गए इसलिए अलग-अलग लोगों के फोन से हमें कॉल कर रहे हैं।
घायल अंशुल ने परिवार को जानकारी दी है कि रात में जब हमारी कार पर पहाड़ के पत्थर गिरे तो हम तितर-बितर हो गए। हम सब घायल थे और एक-दूसरे से अलग हो गए थे। जब हमें थोड़ा आराम मिला तो एक-दूसरे का पता करवाया। करीब 12 घंटे बाद हम एक-दूसरे से मिल सके हैं।

 

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